Corona Update : क्या 3 मई के बाद भी नहीं खुलेंगे शिक्षण संस्थान? नहीं चलेगी ट्रेन और नहीं उड़ेंगे विमान?प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन की समाप्ति का कब करेंगे ऐलान?
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की बैठक से यह खबर निकलकर आ रही है कि देश में 3 मई तक जारी लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या नहीं, इस पर हफ्तेभर में फैसला ले लिया जाएगा। लगभग 3 घंटे तक चली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जो खबरें सामने आ रही हैं, उनके मुताबिक देश में शैक्षणिक संस्थान, शॉपिंग मॉल्स, धार्मिक स्थल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट 3 मई के बाद भी बंद रहने की संभावना है। ट्रेन और उड़ानों के हाल-फिलहाल शुरू होने की कोई संभावना नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश के 30 मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक और करीब तीन घंटे तक चली चर्चा पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। किसी का मानना है कि 3 मई के बाद देशवासियों को लॉकडाउन से मुक्ति मिलेगी,तो किसी का कहना है कि लॉकडाउन की अवधि को और बढ़ाया जाएगा। इन कयासों से पर्दा तो खुद प्रधानमंत्री उठाएंगे और संभवना है कि इसमें अभी एक सप्ताह का वक्त लगेगा।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की बैठक से यह खबर निकलकर आ रही है कि देश में 3 मई तक जारी लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या नहीं, इस पर हफ्तेभर में फैसला ले लिया जाएगा। लगभग 3 घंटे तक चली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जो खबरें सामने आ रही हैं, उनके मुताबिक देश में शैक्षणिक संस्थान, शॉपिंग मॉल्स, धार्मिक स्थल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट 3 मई के बाद भी बंद रहने की संभावना है। ट्रेन और उड़ानों के हाल-फिलहाल शुरू होने की कोई संभावना नहीं है।
ट्रेनों और विमानों के नियंत्रित संचालन की शुरुआत संक्रमण के हालात को देखते हुए देश के कुछ चुनींदा हुए हिस्से में मई मध्य के दौरान की जा सकती है। स्कूल, कॉलेज, मॉल्स, धार्मिक संस्थानों, सार्वजनिक परिवहन और सामाजिक कार्यक्रमों पर 3 मई के बाद भी रोक जारी रह सकती है। लॉकडाउन के संबंध में फैसला शनिवार या रविवार तक लिया जा सकता है। हालांकि, ग्रीन जोन में आने वाले जिलों में सीमित संख्या में निजी वाहनों के संचालन को मंजूरी दी जा सकती है।
बैठक के दौरान 9 मुख्यमंत्रियों में से 5 को अपनी बात रखने का मौका मिला। इन मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को 3 मई के बाद भी बढ़ाने की बात कही है। इनमें ओडिशा, गोवा, मेघालय जैसे राज्य शामिल हैं। अन्य दो मुख्यमंत्रियों ने कहा कि उन ग्रीन जोन जिलों में ढील दी जाए, जिनमें पिछले 28 दिनों से एक भी मामला सामने नहीं आया है।
सभी मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत थे कि लॉकडाउन एकसाथ नहीं, बल्कि धीरे-धीरे खत्म किया जाना चाहिए और सभी ऐहतियाती कदमों के साथ ऐसा किया जाना चाहिए ताकि अब तक की गई कोशिशों को कोई झटका ना लगे। कुछ मुख्यमंत्रियों ने प्रवासी मजदूरों का मुद्दा भी उठाया। मुख्यमंत्रियों ने कहा कि दूसरे राज्यों फंसे ऐसे मजदूरों को राहत देने की व्यवस्था की जाए।
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