सासाराम: चुनाव प्रचार के दौरान 20 राउन्ड फायरिंग, गाड़ी छोड़कर भागी महिला मुखिया प्रत्याशी, भीड़ ने प्रत्याशी को किया आग के हवाले, जानिए इसकी वजह

सासाराम: चुनाव प्रचार के दौरान 20 राउन्ड फायरिंग, गाड़ी छोड़कर भागी महिला मुखिया प्रत्याशी, भीड़ ने प्रत्याशी को किया आग के हवाले, जानिए इसकी वजह

सासाराम से पंचायत चुनाव के प्रचार के दौरान हिंसा की खबर आ रही है। घटना बिक्रमगंज प्रखंड के शिवपुर पंचायत के बरुणा गांव की है। एक मुखिया प्रत्याशी की स्कार्पियो कार को ग्रामीणों द्वारा जला दिया गया है। इस दौरान 20 राउन्ड फायरिंग की सूचना है। पुलिस ने 5-6 लोगों को हिरासत में लिया है। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। डीएसपी शशिभूषण सिंह खुद मौके पर कैम्प कर रहे हैं। बिक्रमगंज थाना की पुलिस उपद्रवियों की तलाश में छापामारी कर रही है।

रास्ते से बाइक हटाने के लिए इतना बबाल: जानकारी मिल रही है कि शिवपुर पंचायत से मुखिया पद की प्रत्याशी श्वेता सिंह बरुणा गांव में चुनाव प्रचार के लिए गई थी। महज एक बाइक को हटाने के लिए फायरिंग और स्कॉर्पियो जला देने की बड़ी घटना हो गयी। श्वेता सिंह पूर्व मुखिया अमित सिंह की पत्नी है और चुनाव के मैदान में है। अमित सिंह और बरुणा गांव के कुछ लोगों के बीच पूर्व से अदावत की बात सामने बताई जा रही है। श्वेता सिंह अपनी कार से जा रही थी। रास्ते में एक बाइक को खड़ी करके उसका सवार कहीं और चला गया था। बाइक हटाने को लेकर कहा सुनी हो गयी। आपसी कहा सुनी अचानक गोलीबाड़ी में बदल गयी। श्वेता सिंह ने बताया कि अचानक एक छत से गोली चलने लगी और जान बचाने के लिए वह भाग चली। उसके समर्थक और ड्राइवर भी  भाग चले। उसके बाद भीड़ की शक्ल में पहुंचे लोगों ने उनकी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। 

पुलिस कर रही कैम्प, छापामारी जारी: स्थानीय लोगों की सूचना पर डीएसपी शशिभूषण सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से भीड़ को खदेड़ दिया। इस दौरान 5-6 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ चल रही है। घटना में भारी उपद्रव की पुष्टि हुई है। पुलिस सभी उपद्रवियों की तलाश के लिए छापामारी कर रही है। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि गोली दोनो ओर से चली। प्रत्याशी पक्ष के लोग कमजोर पड़े तो भाग चले। उसके बाद उपद्रवियों नें गाड़ी में आग लगा दी। डीएसपी शशिभूषण सिंह ने कहा है कि चुनावी माहौल में हिंसा करने वालों को बख्शा नही जाएगा। इसमें आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का भी मामला बनता है।