बिहार के बाद आज बंगाल में चुनावी शंखनाद करेंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,वर्चुअल रैली के माध्यम से ममता बनर्जी सरकार पर साधेंगे निशाना,पार्टी कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद स्थापित
भारतीय जनता पार्टी आगामी बिहार और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल रैली कर लोगों के संवाद कर रहे हैं। बिहार और ओडिशा के बाद अमित शाह आज सुबह 11 बजे से बंगाल के लिए वर्चुअल रैली करेंगे। उन्होंने रविवार को बिहार और सोमवार को ओडिशा के लिए रैली की थी।
भारतीय जनता पार्टी आगामी बिहार और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल रैली कर लोगों के संवाद कर रहे हैं। बिहार और ओडिशा के बाद अमित शाह आज सुबह 11 बजे से बंगाल के लिए वर्चुअल रैली करेंगे। उन्होंने रविवार को बिहार और सोमवार को ओडिशा के लिए रैली की थी। सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी महाराष्ट्र में वर्चुअल रैली कर लोगों के संवाद किया।
दरअसल, कोरोना काल में जनता से संपर्क साधने के लिए बीजेपी ने वर्चुअल रैली का नया तरीका तलाशा है। इसी के तहत आज अमित शाह ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साध सकते हैं। इस वर्चुअल रैली में बंगाल बीजेपी से सारे बड़े नेता शामिल हो सकते हैं।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने कहा कि यहां के लोग बदलाव चाहते हैं। लोग तृणमूल कांग्रेस की सरकार से तंग आ चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि इस रैली में रिकॉर्ड संख्या में लोग भाग लेंगे। बताया जा रहा है कि बंगाल में 88 हजार बूथ हैं, जिसमें से कम से कम 66 हज़ार को 'वर्चुअल रैली' से कनेक्ट करने की कोशिश की जाएगी। एक बूथ पर 10 लोगों को फोन से कनेक्ट किया जाएगा। बंगाल के कई इलाकों में इंटरनेट नहीं है, ऐसे में अमित शाह की रैली का लोगों को ऑडियो सुनाया जाएगा।
बंगाल बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि अमित शाह जी निश्चित ही कोविड-19 से निपटने में केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में बोलेंगे। लेकिन साथ ही ऐसी संभावना है कि वे राजनीतिक हिंसा, महामारी से निपटने में राज्य सरकार की विफलता, प्रवासी श्रमिक संकट और चक्रवात अम्फान के बाद की स्थिति के मुद्दों का जिक्र भी करेंगे। पिछले दिनों अमित शाह ने ममता बनर्जी की सरकार पर प्रवासियों से भेदभाव का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि आने वाले चुनाव में जनता तृणमूल कांग्रेस की सरकार को जवाब देगी।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों जब ममता बनर्जी से पूछा गया था कि क्या तृणमूल कांग्रेस भी बीजेपी की तरह बड़ी और डीजिटल रैली करने की योजना बना रही है। तो इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि वे बीजेपी जैसी रैली करने में सक्षम नहीं है। तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जून को रैली करती है। इससे पहले 28 मई को ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर अमित शाह को लगता है कि उनकी सरकार कोरोना से लड़ने में नाकाम है तो वो खुद आकर क्यों नहीं काम करते हैं।
आपको बताते चलें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नौ साल के शासन के खिलाफ पिछले सप्ताह नौसूत्री आरोपपत्र जारी कर चुकी बीजेपी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ‘आर नोई ममता’ (ममता का शासन अब और नहीं) अभियान चलाया है। हालिया लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में शानदार कामयाबी हासिल की थी। पार्टी ने 42 में से 18 लोकसभा सीटें अपने नाम की थी।
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