महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल का विस्तार, एनसीपी के अजित पवार बने उप-मुख्यमंत्री, आदित्य और धनंजय मुंडे को मिला मंत्री पद
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 32 दिन बाद मंत्रिमंडल का यह विस्तार हुआ। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में एनसीपी नेता अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, एनसीपी नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल,विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व वेता धनंजय मुंडे और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता विजय वडेट्टीवार को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 32 दिन बाद मंत्रिमंडल का यह विस्तार हुआ। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में एनसीपी नेता अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, एनसीपी नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल,विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व वेता धनंजय मुंडे और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता विजय वडेट्टीवार को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
एनसीपी नेता दिलीप वाल्से पाटिल, धनंजय मुंडे और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ ली। कांग्रेस की ओर से अशोक चव्हाण, के सी पाडवी, विजय वडेट्टीवार, अमित देशमुख, सुनील केदार,यशोमति ठाकुर, वर्षा गायकवाड़ और असलम शेख कैबिनेट मंत्रियों के तौर पर शपथ लेंगे।
ज्ञात हो कि अजित पवार ने पिछले डेढ़ महीने में दूसरी बार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले उन्होंने एनसीपी से बगावत करते हुए बीजेपी से हाथ मिला लिया था और 23 नवंबर को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली थी। हालांकि 26 नवंबर को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, क्योंकि देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार तीन दिन में ही गिर गई थी।
महाराष्ट्र कैबिनेट में नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद विभागों में बदलाव हो सकता है। फिलहाल, मुख्यमंत्री उद्धव के पास कोई विभाग नहीं है। गृह और उद्योग विभाग शिवसेना के पास हैं। वित्त और ग्रामीण विकास विभाग एनसीपी को दिए गए हैं। कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यूडी और ऊर्जा मंत्रालय सौंपा गया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। उद्धव ने तीनों पार्टियों के दो-दो मंत्रियों के साथ 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसमें एनसीपी के जयंत पाटिल, छगन भुजबल, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई और कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और नितिन राउत शामिल थे। सरकार बनने के करीब 15 दिन बाद मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया गया था।
आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र में मंत्री पद की अधिकतम संख्या 43 निर्धारित है। मंत्रिपरिषद में राज्य के कुल विधायकों में से केवल 15 प्रतिशत विधायकों को शामिल किया जा सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सदस्य हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर चुनाव पूर्व के गठबंधन सहयोगी बीजेपी के साथ बात बिगड़ने के बाद शिवसेना ने पिछले महीने कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिलाकर राज्य में सरकार बनाई थी।
महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के तीन सहयोगियों के बीच सत्ता साझेदारी को लेकर तय किए गए फॉर्मूले के अनुसार शिवसेना को मुख्यमंत्री के अलावा 15, एनसीपी को भी 15 और कांग्रेस को 12 मंत्री पद दिए जाएंगे। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के 56,एनसीपी के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं।
किस दल से कौन बने मंत्री?
शिवसेना : संजय राठौड, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संदीपन भुमरे, अनिल परब, उदय सामंत, शंकर राव गडाक (शिवसेना समर्थक), आदित्य ठाकरे
एनसीपी : अजित पवार, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, हसन मश्रीफ, राजेंद्र शिंगणे, नवाब मलिक, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, बालासाहेब पाटिल
कांग्रेस : अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, अनिल देशमुख, वर्षा गायकवाड, सुनील केदार, अमित विलासराव देशमुख, यशोमती ठाकुर, केसी पाडवी, असलम शेख
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