केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CAA के समर्थन में की रैली,विपक्ष पर लगाया मुसलमनों को भड़काने का आरोप, कहा-किसी कीमत पर वापस नहीं होगा कानून
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि संशोधित नागरिकता कानून किसी कीमत पर वापस नहीं होगा। सीएए के खिलाफ विपक्ष भ्रम फैला रहा है और देश को तोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब कश्मीर से लाखों कश्मीरी पंडितों को भगा दिया गया था,तो इनका मानवाधिकार कहां गया था।
संसद के दोनों सदनों से पारित होने और राष्ट्रपति की मुहर के बाद कानून बनने के बावजूद नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना और प्रदर्शन जारी है। देश के कई राज्यों में लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर है। प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार से इस कानून को वापस करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार इससे साफ इनकार कर रही है। केंद्र सरकार का कहना है कि जितना चाहे विरोध कर लो,ये कानून वापस नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि संशोधित नागरिकता कानून किसी कीमत पर वापस नहीं होगा। सीएए के खिलाफ विपक्ष भ्रम फैला रहा है और देश को तोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब कश्मीर से लाखों कश्मीरी पंडितों को भगा दिया गया था,तो इनका मानवाधिकार कहां गया था। जिसको विरोध करना है कर ले, लेकिन सीएए वापस नहीं होगा।
गृह मंत्री ने कहा कि संसद के सत्र में जब हमारी सरकार बिल लाई तो राहुल बाबा एंड कंपनी विरोध में काउ-काउ कर रही थी। पर राहुल बाबा कान खोलकर सुन लें कि उनकी पार्टी की वजह से ही भारत माता के दो टुकड़े धर्म के आधार पर हुए। पाकिस्तान,अफगानिस्तान और बांग्लादेश में पिछले कई वर्षों में अल्पसंख्यकों की संख्या में भारी कमी आई है,ऐसे में वो लोग कहां गए।
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि अखिलेश बाबू, ज्यादा ना बोले तो अच्छा हैं। किसी के रटे रटाए वाक्य बोल देते हो,मंच पर आकर सीएए पर कुछ शब्द कह सकें तो बताएं। उन्होंने कहा कि अखिलेश कभी पढ़ा करें, पढ़ने से फायदा होता है। गृह मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि इस कानून से मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी। विपक्ष का कोई भी नेता चर्चा करने के लिए तैयार हो जाए तो हमारी ओर से स्वतंत्रदेव सिंह चर्चा के लिए तैयार हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि दलित बंगालियों को आज नागरिकता मिल रही है तो ममता बनर्जी को दिक्कत हो रही है। विपक्ष को आदत पड़ गई है कि देशहित की जो भी बात हो उसका विरोध करना है। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने धार्मिक रूप से उत्पीड़ित शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है, लेकिन विपक्ष इसके खिलाफ खड़ा है। भारत आने वाले शरणार्थियों में 70 फीसदी दलित हैं और जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं वो लोग दलित विरोध हैं।
दरअसल, देशभर में सीएए को लेकर लगातार हो रहे प्रदर्शन के जवाब में बीजेपी ने इस कानून के संबंध में जागरुकता अभियान शुरू करने का ऐलान किया और इसी के बाद अमित शाह के अलावा कई अन्य केंद्रीय मंत्री, सांसद और बीजेपी संगठन के पदाधिकारी भी जनसभा आयोजित कर रहे हैं।
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