दिल्ली सरकार पाबंदियों में देगी और ढील? शर्तों के साथ कल से खुल सकते हैं सैलून और साप्ताहिक बाजार

दिल्ली सरकार पाबंदियों में देगी और ढील? शर्तों के साथ कल से खुल सकते हैं सैलून और साप्ताहिक बाजार

दिल्ली में कोविड-19 के नए मामलों में लगातार कमी होने और इसको लेकर स्थिति बेहतर होने को ध्यान में रखते हुए प्राधिकारियों द्वारा अगले सोमवार 14 जून से सैलून और साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति प्रदान किए जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले सप्ताह बाजारों, मॉल और दिल्ली मेट्रो को खोलने की घोषणा करते हुए कहा था कि यदि राजधानी में कोविड-19 की स्थिति बेहतर होती है तो आने वाले दिनों में कई अन्य गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।

एक सूत्र ने दावा किया कि इस बात की संभावना है कि दिल्ली सरकार कुछ शर्तों के साथ अगले सप्ताह से सैलून और साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति प्रदान करने जैसी और छूट दे सकती है। सूत्र के अनुसार इसके अलावा जिम, सिनेमाघरों और रेस्तरां को भी खोलने पर विचार किया जा रहा है।

राजधानी में कोविड-19 के नए मामलों में कमी को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन के तहत लागू पाबंदियों को 31 मई से चरणबद्ध तरीके से हटाते हुए निर्माण कार्य और कारखानों को खोलने की अनुमति प्रदान की थी। दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 213 नए मामले सामने आए और 25 मरीजों की मौत हुई। वहीं इसके अनुसार संक्रमण की दर घटकर 0.3 प्रतिशत हो गई है।

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने 14 जून से सैलून और जिम को फिर से खोलने की मांग की है। सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि सीटीआई ने सैलून और जिम को खोलने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से करीब 15 लाख लोगों की जीविका जुड़ी हुई है।

कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना प्रबल : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को आगाह किया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका प्रबल है और कहा कि उनकी सरकार इससे निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर पर ब्रिटेन से संकेत मिल रहे हैं, जहां 45 प्रतिशत लोगों के टीकाकरण के बावजूद वहां मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं, इसलिए हम हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे रह सकते हैं।

उन्होंने दूसरी लहर से लड़ने में मदद के लिए उद्योगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि दिल्ली के लोग संघर्ष और अनुशासन के साथ इसका मुकाबला करने के लिए एकसाथ आगे आए और इसे नियंत्रित करने में सफल हुए। उन्होंने प्रार्थना की कि कोविड की तीसरी लहर न आए। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि तीसरी लहर की संभावना प्रबल है, और अगर ऐसा होता है तो दिल्ली को फिर से एक साथ लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते और हमारी सरकार इससे निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है।

केजरीवाल ने कहा कि इस साल अप्रैल और मई के दौरान देश के लिए जो दूसरी लहर थी, वह दिल्ली के लिए चौथी थी क्योंकि दिल्ली पहले ही नवंबर 2020 तक तीन लहरों से जूझ चुकी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली लहर में एक दिन में अधिकतम मामलों की संख्या लगभग 4,500 थी, जो चौथी लहर में बढ़कर 28,000 से अधिक हो गई थी।