संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक,महत्वपूर्ण अध्यादेशों को कानून बनाने का होगा काम
संसद का शातकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा। केंद्र सरकार ने इसकी सूचना लोकसभा और राज्यसभा के सचिवों को दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की समिति यानी सीसीपीए की बैठक में सत्र की तारीखों पर फैसला हुआ था।
संसद का शीतकालीन सत्र की तारीखों को ऐलान कर दिया गया है। संसद का शातकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा। केंद्र सरकार ने इसकी सूचना लोकसभा और राज्यसभा के सचिवों को दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की समिति यानी सीसीपीए की बैठक में सत्र की तारीखों पर फैसला हुआ था।
नरेंद्र मोदी सरकार के लिए यह सत्र काफी अहम है। बताया जा रहा है कि मोदी सरकार इस सत्र में दो महत्वपूर्ण अध्यादेशों को कानून बनाने की योजना पर काम कर रही है। एक अध्यादेश सितंबर में आयकर अधिनियम, 1961 और वित्त अधिनियम, 2019 में संशोधन के लिए जारी किया गया था। सरकार ने अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए नई और घरेलू निर्माण इकाइयों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स की दरें कम की हैं। दूसरा अध्यादेश भी सितंबर में ई-सिगरेटों पर बैन लगाने के लिए जारी किया गया था।
शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार जहां कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने का प्रयास करेगी, वहीं, विपक्ष आर्थिक सुस्ती, जम्मू कश्मीर से जुड़े विषयों सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगा। ज्ञात हो कि पिछले दो वर्षों में शीतकालीन सत्र 21 नवंबर को शुरू हुआ था और जनवरी के पहले सप्ताह तक चला था।
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