बड़ी खबर : यूक्रेन में जारी युद्ध में रूस के 3,500 सैनिक मारे गए

राजदूत सर्गेई किसलित्स्या ने शनिवार को ट्वीट किया कि यूक्रेन ने आईसीआरटीसी से यूक्रेन में आक्रमण के दौरान मारे गए ‘‘हजारों रूसी सैनिकों के शवों को उनके देश भेजने'' की अपील की है. ऐसा दावा है कि रूस के 3,500 सैनिक मारे गए हैं.

बड़ी खबर : यूक्रेन में जारी युद्ध में रूस के 3,500 सैनिक मारे गए

या यूक्रेन में जारी युद्ध में रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. दरअसल यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्‍योंकि जिनेवा स्थित मानवाधिकार संगठन ‘इंटरनेशनल कमिटी ऑफ रेड क्रॉस' ने कहा है कि वह यूक्रेन में मारे गए रूसी सैनिकों के शवों को उनके देश को लौटने के संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत तथा अन्य के अनुरोधों से अवगत है लेकिन उसके पास सैन्य कार्रवाई में मारे गए सैनिकों की सटीक संख्या नहीं है.

रूस के 3,500 सैनिक मारे गए:

राजदूत सर्गेई किसलित्स्या ने शनिवार को ट्वीट किया कि यूक्रेन ने आईसीआरटीसी से यूक्रेन में आक्रमण के दौरान मारे गए ‘‘हजारों रूसी सैनिकों के शवों को उनके देश भेजने'' की अपील की है. ऐसा दावा है कि रूस के 3,500 सैनिक मारे गए हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि रूस में अभिभावकों को ‘‘सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार'' करने का मौका दिया जाना चाहिए. उन्होंने अनुरोध किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इस त्रासदी को छिपाने न दिया जाए.

मौजूदा हालात ‘‘चिंता की मुख्य वजह:

आईसीआरसी की संयुक्त राष्ट्र में स्थायी पर्यवेक्षक लेतिशिया कोर्तुइस ने शनिवार रात को कहा कि मौजूदा हालात ‘‘चिंता की मुख्य वजह हैं और जमीनी स्तर पर हमारे दलों की सीमाएं हैं. हम मृतक सैनिकों की संख्या या अन्य जानकारियों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आईसीआरसी शवों को लौटने तथा संघर्ष में अन्य मानवीय मुद्दों पर ‘‘निष्पक्ष मध्यस्थ के तौर पर काम कर सकता है. मानवीय मुद्दों में लापता लोगों का पता लगाना, परिवारों को फिर से मिलाना और हिरासत में लिए गए लोगों की सुरक्षा की पैरवी करना शामिल है.

रूस ने यू्क्रेन के ईधन आपूर्ति केंद्रों, हवाई अड्डों को निशाना बनाया:

रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जारी हमले के दौरान उसके हवाई अड्डों और ईंधन सुविधा केंद्रों को निशाना बनाया है. यह हमले का दूसरा चरण प्रतीत हो रहा है, जो तीव्र प्रतिरोध के कारण धीमा हुआ है. अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने यूक्रेन को हथियार एवं गोला-बारूद मुहैया कराए हैं तथा रूस को और अलग-थलग करने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव के दक्षिण में रविवार तड़के बड़े विस्फोट हुए और लोग रूसी बलों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले किए जाने की आशंका के कारण अपने घरों, भूमिगत गैराजों और उपनगर स्टेशनों में छिप गए.