देश भर में मुंबई का पानी सबसे बेहतर,दिल्ली-पटना का पानी सबसे खराब,केंद्र सरकार की जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्री रामविलास पासवान ने इसकी जानकारी दी। इससे पहले उन्होंने दिल्ली समेत देश भर में 20 राज्यों से लिए गए पीने के पानी के नमूने की बहुप्रतीक्षित जांच रिपोर्ट जारी की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि गुणवत्ता रिपोर्ट में बात सामने आई है कि दिल्ली का पानी खराब है। हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं,बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।

देश भर में मुंबई का पानी सबसे बेहतर,दिल्ली-पटना का पानी सबसे खराब,केंद्र सरकार की जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Pic of a boy Drinking Water
देश भर में मुंबई का पानी सबसे बेहतर,दिल्ली-पटना का पानी सबसे खराब,केंद्र सरकार की जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासियों के लिए बुरी खबर है। उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान हो जाने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र सरकार ने जो आज पानी की रैंकिंग जारी की है,उसमें दिल्ली के पानी को सबसे खराब बताया गया है। बिहार की राजधानी पटना का पानी भी स्वास्थ्य के लिहाज से पीने लायक नहीं है,जबकि माया नगरी यानी मुंबई का पानी सबसे अच्छा है।

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्री रामविलास पासवान ने इसकी जानकारी दी। इससे पहले उन्होंने दिल्ली समेत देश भर में 20 राज्यों से लिए गए पीने के पानी के नमूने की बहुप्रतीक्षित जांच रिपोर्ट जारी की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि गुणवत्ता रिपोर्ट में बात सामने आई है कि दिल्ली का पानी खराब है। हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं,बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।

दिल्ली में 11 जगहों से लिए गए पानी के नमूने की जांच बीएसआई के लैब में किए जाने पर आरंभिक जांच में कुछ जगहों का पानी 42 मानकों में से 12, 13 व 14 मानकों पर विफल पाए गए थे। उस समय केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पानी के इन नमूने की अंतिम जांच रिपोर्ट एक महीने के भीतर आएगी।

रामविलास पासवान ने कहा कि यह सिर्फ दिल्ली के लिए पूरे देश में सर्वे किया गया। भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआई) के साथ बैठक बुलाई और सर्वे किया। उन्होंने कहा कि हमारे सामने दो समस्या सबसे बड़ी है। एक पीने का पानी और दूसरा प्रदूषण। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी सरकार को ना तो दोष देना है और ना ही राजनीति करना है। जब तक हमारे पास मंत्रालय है, तब तक लोगों को स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था हो जाए। जो भी राज्य सरकार हमसे मदद चाहती है, वो हमसे ले सकती है।

रामविलास पासवान ने बताया कि पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र पीएम मोदी ने कहा था कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है।

गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले महीने पीने के पानी के नमूने बीएसआई की आरंभिक जांच में विफल पाए जाने के बाद पासवान ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 तक देश में हर घर में नल लगाने और स्वच्छ और शुद्ध पानी मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देजनर देश के सभी राज्यों की राजधानी समेत 100 स्मार्ट सिटी की योजना के अंतर्गत आने वाले शहरों में पीने के पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है।

पीने का पानी की रैंकिंग के मुताबिक ये हैं देश भर के शहर

1-मुंबई, 2-हैदराबाद, 3-भुवनेश्वर, 4-रांची, 5-रायपुर, 6-अमरावती, 7-शिमला, 8-चंडीगढ़, 9-त्रिवेंद्रम, 10-पटना, 11-भोपाल, 12-गुवाहाटी, 13-बेंगलुरु, 14-गांधी नगर, 15-लखनऊ, 16-जम्मू, 17-जयपुर, 18-देहरादून, 19-चेन्नई, 20-कोलकत्ता, 21-दिल्ली