भारत दौरा समाप्त कर नेपाल रवाना हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग,शिखर सम्मेलन के दौरान नहीं उठा कश्मीर मुद्दा 

विदेशी सचिव विजय गोखले ने बताया कि इस दौरान कश्मीर मुद्दे पर न तो चर्चा हुई और ना ही यह मुद्दा ही उठा। उन्होंने बताया कि हमारी स्थिति वैसे भी बहुत स्पष्ट है कि यह भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने बताया कि शी जिनफिंग ने अगले शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीन आमंत्रित किया और प्रधानमंत्री ने उनके निमंत्रण को स्वीकार भी कर लिया है। तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। 

भारत दौरा समाप्त कर नेपाल रवाना हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग,शिखर सम्मेलन के दौरान नहीं उठा कश्मीर मुद्दा 
Pic of Indian and China Deligation Meeting in Mahabalipuram
भारत दौरा समाप्त कर नेपाल रवाना हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग,शिखर सम्मेलन के दौरान नहीं उठा कश्मीर मुद्दा 
भारत दौरा समाप्त कर नेपाल रवाना हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग,शिखर सम्मेलन के दौरान नहीं उठा कश्मीर मुद्दा 

भारत का दो दिवसीय यात्रा समाप्त कर चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग नेपाल के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हो गए। जिनपिंग महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए दो दिवसीय भारत के दौरे पर थे।

प्रतिनिधिमंडल वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'हमने तय किया है कि हम अपने मतभेदों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएंगे और उन्हें विवाद में बदलने नहीं देंगे। हम अपनी चिंताओं के बारे में संवेदनशील रहेंगे और हमारा संबंध विश्व में शांति और स्थिरता के लिए योगदान देगा।

विदेशी सचिव विजय गोखले ने बताया कि इस दौरान कश्मीर मुद्दे पर न तो चर्चा हुई और ना ही यह मुद्दा ही उठा। उन्होंने बताया कि हमारी स्थिति वैसे भी बहुत स्पष्ट है कि यह भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने बताया कि शी जिनफिंग ने अगले शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीन आमंत्रित किया और प्रधानमंत्री ने उनके निमंत्रण को स्वीकार भी कर लिया है। तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा।

गोखले ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच आज लगभग 90 मिनट तक बातचीत हुई, इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोपहर के भोजन की मेजबानी की। इस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं के बीच वन-टू-वन कुल छह घंटे तक चर्चा हुई।

विजय गोखले ने बताया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मानसरोवर यात्रा पर जा रहे यात्रियों के लिए अधिक सुविधा मुहैया कराने की बात कही है। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु राज्य और चीन के फुजियान प्रांत के बीच संबंध पर कई विचारों का सुझाव दिया। साथ ही दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि बढ़ती हुई जटिल दुनिया में आतंकवाद और कट्टरता की चुनौतियों से निपटना महत्वपूर्ण है।

दोनों ऐसे देशों के नेता हैं जो न केवल क्षेत्रों और जनसंख्या के लिहाज से बड़े हैं, बल्कि विविधता के मामले में भी बड़े हैं। विदेश सचिव ने बताया कि व्यापार,निवेश और सेवाओं पर चर्चा के लिए एक नए तंत्र की स्थापना की जाएगी। इसका प्रतिनिधित्व चीन से उपप्रधानमंत्री हू चुनहुआ और भारत से वितमंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी।

इससे पहले भारतीय और चीन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनफिंग फिशरमैन कोव होटल में कलाकृतियों और हैंडलूम की एक प्रदर्शनी में शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाथ से बुने रेशम के चित्र को उपहार में दिया। इसे कोयंबटूर जिले के सिरुमुगिपुदूर में श्री रामलिंगा सोदामबिगई हैंडलूम बुनकर सहकारी समिति के बुनकरों द्वारा बनाया गया था।