10 नवंबर को हो सकती है कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक,आर्थिक मंदी, अयोध्या मामला और शीतकालीन सत्र पर होगी चर्चा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आर्थिक मंदी, संसद के शीतकालीन सत्र और अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ठीक पहले कांग्रेस कार्यसमिति यानी सीडब्लूसी की बैठक बुलाई है। यह बैठक दस नवंबर को होने की संभावना है। बैठक में अयोघ्या मामले पर अदालत के फैसले को लेकर विचार किया जाएगा।  कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी सर्वोच्च अदालत  के निर्णय पर अपने रुख को भी स्पष्ट करेगी। जिससे कि निर्णय आने के बाद पार्टी के अंदर किसी तरह की कोई आवाज सुनाई नहीं दे।

10 नवंबर को हो सकती है कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक,आर्थिक मंदी, अयोध्या मामला और शीतकालीन सत्र पर होगी चर्चा
Pic of Congress Working Committee Meeting
10 नवंबर को हो सकती है कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक,आर्थिक मंदी, अयोध्या मामला और शीतकालीन सत्र पर होगी चर्चा

सर्वोच्च न्यायालय की ओर से अयोध्या मामले में आने वाले फैसले को लेकर देश भर में हलचल है। शीर्ष अदालत के महाफैसले से पहले सरकार से लेकर तमाम राजनीतिक दलों और संगठनों की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। इस मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आर्थिक मंदी, संसद के शीतकालीन सत्र और अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ठीक पहले कांग्रेस कार्यसमिति यानी सीडब्लूसी की बैठक बुलाई है।

यह बैठक दस नवंबर को होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बैठक में अयोघ्या मामले पर अदालत के फैसले को लेकर विचार किया जाएगा।  कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी सर्वोच्च अदालत  के निर्णय पर अपने रुख को भी स्पष्ट करेगी। जिससे कि निर्णय आने के बाद पार्टी के अंदर किसी तरह की कोई आवाज सुनाई नहीं दे। बैठक के दौरान देश में व्याप्त आर्थिक मंदी पर सरकार को घेरने की भी रणनीति बनाई जाएगी।

दरअसल, कांग्रेस पार्टी लगातार यह कहती रही है कि सभी पक्षों को अदालत का निर्णय मानना चाहिए। पर पार्टी सीडब्लूसी में इस रुख पर मुहर लगने के बाद सभी पार्टी नेताओं के लिए यह राय माननी जरुरी होगी।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में संसद सत्र की रणनीति पर भी चर्चा होगी। विपक्षी पार्टियों के साथ बैठक कर कांग्रेस पहले ही साफ कर चुकी है कि अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी। इसके साथ कांग्रेस एक दिसंबर को राजधानी के रामलीला मैदान में बड़ी रैली कर रही है। इस रैली में दूसरे विपक्षी दलों के नेता भी शामिल होंगे। ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके।