महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग का किया स्वागत, ऐतिहासिक स्थालों के कराए दर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग को महाबलीपुरम के पंच रथ, अर्जुन तपस्या समेत कई मंदिरों के बारे में जानकारी दी, तो वहीं समुद्र किनारे बने इस मंदिर की खूबसूरती से भी परिचित कराया। प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग ने बाद में एक कार्यक्रम का भी लुत्फ उठाया, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के महाबलीपुर आगमन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। जिनपिंग से पहले हेलीकॉप्टर से महाबलीपुरम पहुंचे प्रधानमंत्री ने अर्जुन तपस्या स्मारक पर चीनी नेता की अगवानी की। परंपरागत तमिल परिधान धोती, अंगवस्त्रम और शर्ट पहने प्रधानमंत्री ने शी जिनपिंग से हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हालचाल पूछा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग को महाबलीपुरम के पंच रथ, अर्जुन तपस्या समेत कई मंदिरों के बारे में जानकारी दी, तो वहीं समुद्र किनारे बने इस मंदिर की खूबसूरती से भी परिचित कराया। प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग ने बाद में एक कार्यक्रम का भी लुत्फ उठाया, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
करीब 500 तमिल लोक कलाकारों ने ‘ताप्पट्टम’ और ‘पोई कल कुठिराई’’ समेत तमिल सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। मुस्कराते हुए शी जिनपिंग ने कलाकारों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। जिनपिंग के गाड़ी में बैठने से पहले मंदिर के पुजारियों ने परंपरागत तरीके से उनका स्वागत किया।
स्कूली बच्चों ने भारतीय और चीनी झंडे लहराते हुए स्वागत किया। जैसे ही जिनपिंग हवाईअड्डे के वीवीआईपी द्वार संख्या 5 से बाहर निकले, सड़क पर दोनों ओर कतारों में खड़े स्कूली बच्चों ने भारतीय और चीनी झंडे लहराते हुए उनका स्वागत किया। शाम पांच बजे इस तटीय शहर में ईस्ट कोस्ट रोड पर कई जगहों पर कलाकारों ने लोक नृत्यों की प्रस्तुति और जिनपिंग के स्वागत के लिए परंपरागत संगीत की प्रस्तुति दी।
इससे पहले जिनपिंग यहां हवाईअड्डे पर पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल वहां उपस्थित थे।
Comments (0)