महाराष्ट्र में बनी बीजेपी-अजित पवार की सरकार पर कांग्रेस का प्रहार,रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी से पूछे 10 तीखे सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी महाराष्ट्र में हुआ ये विश्वासघात नहीं तो क्या है? ये सब साबित करता है कि नरेंद्र मोदी हैं तो मुमकिन है। उन्होंने बीजेपी से से कई सवाल पूछे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की नतीजों के ठीक एक महीने बाद शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी सरकार गठन की तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई। इस पूरे घटनाक्रम के बाद तमाम विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी महाराष्ट्र में हुआ ये विश्वासघात नहीं तो क्या है? ये सब साबित करता है कि नरेंद्र मोदी हैं तो मुमकिन है। उन्होंने बीजेपी से से कई सवाल पूछे हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने पूछा कि किसने दावा पेश किया? दावे पर कितने हस्ताक्षर हैं? हस्ताक्षर कब प्रमाणित हुए? कैबिनेट की सिफारिश राष्ट्रपति को कब की गई? कैबिनेट की बैठक कब हुई? राष्ट्रपति ने सिफारिश कब स्वीकार की? राज्यपाल ने शपथ के लिए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को किस पत्र द्वारा शपथ के लिए बुलाया? इन्हें शपथ के लिए कितने बजे बुलाया गया? इस मौके पर प्रबुद्ध नागरिकों, राजनीतिक दलों के नेताओं, मुख्य न्यायधीश को क्यों नहीं बुलाया गया जैसी कि परंपरा है? राज्यपाल ने अब तक क्यों नहीं बताया कि फडणवीस सरकार को बहुमत कब तक साबित करना है? सवाल है कि लोकतंत्र का चीरहरण कबतक जारी रहेगा? राज्यपाल महोदय ने रात में कितने बजे राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा की?
आपको बताते चलें कि शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन की सरकार बनाने की तैयारी में थी। लेकिन इसी बीच शनिवार सुबह राजभवन में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सभी को हैरान कर दिया।
इस गठबंधन के बारे में किसी को कानों कान खबर तक नहीं थी। अब दोनों के सामने विधानसभा में बहुमत साबित करने की सबसे बड़ी चुनौती है। बीजेपी और एनसीपी ने मिलकर सरकार तो बना ली है, लेकिन नवनियुक्त सरकार को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करना है। वहीं, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का कहना है कि बीजेपी के साथ जाने का फैसला अजित पवार का है न कि पार्टी का।
Comments (0)