Corona Update : जानिए,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत में देश को क्या दिया मंत्र? किन दो परियोजनाओं का किया शुभारंभ?
विश्वव्यापी कोरोना महामारी के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर देशवासियों से संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शुक्रवार को देशभर के चुनिंदा पंचायत प्रतिनिधियों से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 'ई-ग्राम स्वराज' पोर्टल, मोबाइल ऐप और 'स्वामित्व' नाम की एक नई केंद्रीय योजना का शुभारंभ भी किया।
विश्वव्यापी कोरोना महामारी के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर देशवासियों से संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शुक्रवार को देशभर के चुनिंदा पंचायत प्रतिनिधियों से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 'ई-ग्राम स्वराज' पोर्टल, मोबाइल ऐप और 'स्वामित्व' नाम की एक नई केंद्रीय योजना का शुभारंभ भी किया।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से पंचायत प्रनिधियों से बातचीत में कहा, “कोरोना वायरस ने हमारे सामने कई मुसीबतें खड़ी की हैं। इस महामारी ने यह सबक भी दिया है कि देश को अब आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा। कोरोना ने हमारे काम करने के तरीके को बदल दिया है। इसलिए यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “कोरोना संकट के इस दौर में हमारे संकल्प की प्रासंगिकता बढ़ गई है। बड़ी बात ये है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा। इसके बिना ऐसे संकट को झेलना मुश्किल हो जाएगा। ग्राम पंचायत, जिले और राज्य आत्मनिर्भर बनें, ताकि अपनी जरूरतों के लिए कभी बाहरियों का मुंह न देखना पड़े।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मजबूत पंचायतें आत्मनिर्भर बनने की नींव हैं। सरकार ने पंचायती राज की व्यवस्थाओं को आधुनिक बनाने के लिए लगातार काम किया है। 1.25 लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड कनेक्शन पहुंच गया है। 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर काम कर रहे हैं। आज इतने बड़े पैमाने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो रही है। इसमें इन बातों का बड़ा योगदान है। शहर और गांव की दूरी कम करने के लिए सरकार ने दो प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि तकनीक पार्दशिता बढ़ेगी। उन्होंने कहा ,“ ई-ग्राम स्वराज ऐप पंचायतों का लेखाजोखा रखने वाला सिंगल डिजिटल प्लेटफार्म होगा। पंचायत के विकास कार्यों, उसके फंड और कामकाज की जानकारियां हर व्यक्ति को मिलेगी। इससे पार्दर्शिता बढ़ेगी।"
उन्होंने कहा " स्वामित्व योजना के तहत गांवों में ड्रोन से एक-एक संपत्ति की मैपिंग की जाएगी। इससे लोगों के बीच झगड़े खत्म हो जाएंगे,विकास कार्यों को गति मिलेगी और शहरों की तरह इन संपत्तियों पर बैंक से लोन लिया जा सकेगा। अभी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत 6 राज्यों में इस योजना को ट्रायल के तौर पर शुरू कर रहे हैं। फिर इसे देश के हर गांव में लागू किया जाएगा।”
ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी ने मिसाल पेश की है। आपने देश को प्रेरणा देने वाला काम किया है। आपने दुनिया को बड़ा सरल मंत्र दिया है। दो गज दूरी का मैसेज दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर आप खुद को बचा रहे हैं। आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कैसे भारत ने कोरोना को जवाब दिया है। इतनी बड़ी महामारी के बीच देश का हर नागरिक अनेक कठिनाइयों के बीच उससे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है।
पंप्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला में नारबाओ ब्लाक के चेयरमैन मोहम्मद इकबाल,बिहार में जहानाबाद जिले के धरनाई के सरपंच अजय सिंह यादव,उत्तर प्रदेश में जिला बस्ती के नक्सीदेह पंचायत के सरपंच,पंजाब में पठानकोट की हाडा पंचायत सरपंच पल्लवी ठाकुर,असम में कचर जिले में छोटा दूधपाटिल गांव के प्रधान रंजीत कुमार समेत कई अन्य पंचायत प्रनिधियों की बातें सुनी और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
प्रधानमंत्री के साथ देश के पंचायती राजमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ उन्होंने ही किया। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वो 'ई-ग्राम स्वराज' पोर्टल, मोबाइल ऐप और 'स्वामित्व' योजना का शुभारंभ करें। प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर दोनों योजनाओं की शुरूआत की।
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