Corona Update : प्रवासी श्रमिकों का बिहार लौटने का सिलसिला जारी,169 ट्रेनों से 2.25 लाख श्रमिकों की होगी घर वापसी, राज्य सरकार कर रखी है पूरी तैयारी
देश के दूसरे राज्य में काम करने वाले अप्रवासी श्रमिकों का बिहार लौटने का सिलसिला जारी है। अब तक 169 ट्रेनों की बुकिंग बिहार आने के लिए हो चुकी है। इन ट्रेनों से सवा दो लाख लोग बिहार वापस आएंगे। इनमें से नौ मई तक 83 ट्रेन बिहार आ चुकी है और इन ट्रेनों से एक लाख 2 हजार अप्रवासी बिहार आ चुके हैं।
देश के दूसरे राज्य में काम करने वाले अप्रवासी श्रमिकों का बिहार लौटने का सिलसिला जारी है। अब तक 169 ट्रेनों की बुकिंग बिहार आने के लिए हो चुकी है। इन ट्रेनों से सवा दो लाख लोग बिहार वापस आएंगे। इनमें से नौ मई तक 83 ट्रेन बिहार आ चुकी है और इन ट्रेनों से एक लाख 2 हजार अप्रवासी बिहार आ चुके हैं।
बिहार में अभी कुछ और दिन ट्रेनों के आने का सिलसिला जारी रहेगा। सोमवार को 20 ट्रेनें बिहार आएगी। इन ट्रेनों से 23 हजार 540 लोग बिहार आएंगे। इसमें आंध्रप्रदेश, तेलांगना, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली से एक-एक, तामिलनाडू, गुजरात और हरियाणा से दो-दो, महाराष्ट, पंजाब और राजस्थान से तीन-तीन ट्रेनें बिहार आएगी।
देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेनों को दानापुर, मुजफ्फरपुर, छपरा, गया, कटिहार, अररिया, दरभंगा, खगड़िया, बरौनी, सहरसा, बेतिया, पूर्णिया, मोतिहारी, सीवान, भागलपुर और कटिहार लाई जाएगी। मुंबई से हर रोज दो ट्रेन आने की बात थी,जिसे मुख्यमंत्री ने तीन करने का निर्देश दिया,ताकि कम समय में श्रमिकों को बिहार लाया जा सके।
बिहार वापस लौटने वालों में अभी देश के 12 राज्यों में काम करने वाले शामिल हैं। इन राज्यों में आंध्रप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तामिलनाडू, तेलांगना और उत्तर प्रदेश शामिल है। सबसे अधिक ट्रेन गुजरात से बिहार आने वाली है। अब तक 28 ट्रेन गुजरात से बिहार आने के लिए बुकिंग हो चुकी है। इसके बाद पंजाब से 23 तो महाराष्ट्र से 14 ट्रेन बिहार आएगी। केरल, कर्नाटक, तेलांगना, राजस्थान, हरियाणा से भी 10 से अधिक ट्रेनें आएंगी।
ज्ञात हो कि एक ट्रेन में औसतन 12 सौ श्रमिक आ रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार ट्रेनों की संख्या में अभी और इजाफा होने की संभावना है। श्रमिकों की ओर से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उन्हें सरकारी स्तर पर ही बिहार लाया जाएगा। संभावना है कि कोरोना के कारण बिहार लौटने वाले श्रमिकों की संख्या तीन लाख या इससे भी अधिक हो सकती है। सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है। जो भी श्रमिक आएंगे, उन्हें 21 दिनों तक क्वारंटाइन कैम्प में रखने के बाद ही घर भेजा जाएगा।
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