लालू यादव के आते ही ईदगाह मैदान में लग गया चुनावी मेला, देखने-सुनने के लिए जुटी भारी भीड़

लालू यादव के आते ही ईदगाह मैदान में लग गया चुनावी मेला, देखने-सुनने के लिए जुटी भारी भीड़

मुंगेर जिले के तारापुर में गाजीपुर स्थित ईदगाह मैदान पर बुधवार को चुनावी मेला लगा। इस मेले की वजह थे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, जो करीबन छह साल बाद किसी चुनावी सभा को संबोधित करने आ रहे थे। चुनावी मेला दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान के झझरा हाईस्कूल मैदान में भी लगा। तारापुर में साढ़े ग्यारह बजे लालू प्रसाद की सभा मुकर्रर थी, मगर लोग 9 बजे से आने लगे थे। 11 बजे तक मैदान भर गया। इसके बाद आ रहे लोग मैदान से सटे स्कूल भवन पर जगह तलाशते नजर आए। 12 बजे तक मैदान और आसपास के भवन पर लोग ही लोग थे। 12.30 में ईदगाह मैदान के ऊपर हेलीकॉप्टर गरजा। 

लोगों की निगाहें और हाथ दोनों ऊपर की ओर उठे। दस मिनट बाद तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद मंच पर थे। जो लोग जहां थे, वहां से आगे मंच की ओर बढ़ने की जुगत में लग गए। मंच के बहुत पास तक भीड़ आ गयी। तेजस्वी यादव ने माइक संभाला और भीड़ से कहा कि राजद सुप्रीमो अभी अस्वस्थ हैं, फिर भी आप लोगों से मिलने यहां आए हैं। जिंदाबाद के नारों की वजह से तेजस्वी यादव ने पांच मिनट में लालू प्रसाद को माइक थमा दिया। लालू प्रसाद के माइक संभालते ही फिर नारे गूंजने लगे। मोबाइल से फोटो लिए जाने लगे, वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू हो गयी। पुराने अंदाज में लालू प्रसाद ने बोलना जरूर शुरू किया, मगर जल्द ही आवाज का जोर कम हो गया। 

साफ झलक रहा था कि सेहत उनका साथ नहीं दे रही। मगर स्टेज के ठीक सामने जमे युवाओं का जोश कम नहीं हो रहा था। बीच-बीच में नारों के शोर गूंजते रहे। तालियां बजती रहीं। 15 मिनट तक केंद्र और राज्य सरकार पर हमला करने के बाद लालू प्रसाद मंच से जैसे ही उतरे, भीड़ हेलीपैड की ओर दौड़ पड़ी। बैरिकेडिंग टूट गई। सुरक्षा कर्मियों ने भीड़ को संभाला तो तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद को। उन्हें तुरंत हेलीकॉप्टर में बैठने को कहा गया। उनको बिठाने के बाद दूसरी तरफ से तेजस्वी बैठे और दरवाजा बंद कर दिया। यहां से हेलीकॉप्टर उड़ा तो कुशेश्वरस्थान के झझरा हाई स्कूल मैदान में उतरा। दोपहर बाद के दो बज रहे थे। मुंगेर से ही हालात यहां भी दिखे। 

ठसाठस भरे मैदान में बैरिकेडिंग लांघकर लोग मंच के करीब पहुंच गए। भीड़ के शोर को देखते हुए लालू प्रसाद लगातार चुप रहने और बात सुनने का इशारा करते दिखे। 12 मिनट बोलकर उन्होंने अपनी बात खत्म कर दी। भीड़ में शामिल लोगों ने कहा, पिता-पुत्र एक साथ मंच पर दिखे। मजा आ गया। कुछ ने उनकी खराब सेहत पर चिंता भी जाहिर की।