किसान फिर शक्ति प्रदर्शन को तैयार? राकेश टिकैत बोले- ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं इसलिए रिहर्सल करनी पड़ती है

किसान फिर शक्ति प्रदर्शन को तैयार? राकेश टिकैत बोले- ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं इसलिए रिहर्सल करनी पड़ती है

नए कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज एक बार फिर सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ ट्रैक्टर रैली की रिहर्सल की। किसानों ने यहां 26 जून को किसान आंदोलन के सात महीने पूरे होने पर किसानों की व्यापक रैली और प्रदर्शन की तैयारी की है। इस दौरान बीकेयू नेता राकेश टिकैत रिहर्सल में हिस्सा लेते दिखे। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि यह रिहर्सल इसलिए हो रही है कि 26 तारीख नजदीक है। किसान 26 तारीख को कभी नहीं भूलेगा। हर महीने 26 तारीख आएगी, किसान ट्रैक्टरों की रिहर्सल करेगा। ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं इसलिए इनकी रिहर्सल करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार फिर किसानों से बात करेगी। अगर बातचीत नहीं करेगी तो वह अगला कदम उठाएंगे। ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक भारत सरकार कानून वापस नहीं लेगी और एमएसपी पर कानून नहीं बनाएगी।

रिहर्सल के बाद यूपी गेट बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली की तैयारियों का जायजा लेते भाकियू नेता राकेश टिकैत कहा कि आज शाम से ट्रैक्टर वेस्ट यूपी से आ रहे हैं। किसान कल बॉर्डर पर सभा करेंगे। 

किसान 2022 के विधानसभा चुनाव में सोच समझ कर फैसला करेंगे : नरेश टिकैत

वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मेरठ से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर के लिए किसान ट्रैक्टर रैली की शुरुआत करते हुए शुक्रवार को कहा कि किसान कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग माने जाने तक “घर वापसी” नहीं करेंगे और अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला लेंगे। नरेश टिकैत ने कहा कि हमारा विरोध सरकार से नहीं, उसकी नीतियों से है। हमने भी वोट दिया है और हमें अपनी मांग रखने का हक है। सरकार किसानों को हल्के में लेने की भूल ना करे। मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा से किसान ट्रैक्टर यात्रा के दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर रवाना होने से पहले किसानों को संबोधित करते हुए नरेश टिकैत ने कहा कि किसान अपनी मांगें नहीं माने जाने तक घर वापसी को तैयार नहीं हैं। कृषि कानूनों की वापसी के लिए किसानों ने करो या मरो का संकल्प लिया है और किसान कृषि कानूनों को वापस कराकर रहेंगे।

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि किसान अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला करेंगे। आंदोलन जारी रहेगा और गाजीपुर बॉर्डर पर 26 (जून) को होने वाली किसान महापंचायत में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान किसानों की ट्रैक्टर यात्रा के कारण कई मार्गों को यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई और मोदीपुरम, कंकरखेड़ा, बागपत बाईपास से परतापुर तक लंबा जाम लग गया।