खुशखबरी! केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों देने जा रही है तोहफा,सस्ती प्रीमियम में मिल सकेगी आयुष्मान जैसी हेल्थककेयर स्कीम!

नीति आयोग के मुताबिक देश के मध्यम वर्ग के लिए कोई भी ठोस हेल्थकेयर सरकारी नीति या योजना नहीं है। यही वजह है कि सरकार जल्द ही नई मध्यम वर्ग केंद्रित हेल्थकेयर स्कीम के जरिए देश के करीब 50 फीसदी मध्यमवर्गीय परिवारों को कवर करना चाहती है।

खुशखबरी! केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों देने जा रही है तोहफा,सस्ती प्रीमियम में मिल सकेगी आयुष्मान जैसी हेल्थककेयर स्कीम!
Pic of ICU of Hospital
खुशखबरी! केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों देने जा रही है तोहफा,सस्ती प्रीमियम में मिल सकेगी आयुष्मान जैसी हेल्थककेयर स्कीम!
खुशखबरी! केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों देने जा रही है तोहफा,सस्ती प्रीमियम में मिल सकेगी आयुष्मान जैसी हेल्थककेयर स्कीम!
खुशखबरी! केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों देने जा रही है तोहफा,सस्ती प्रीमियम में मिल सकेगी आयुष्मान जैसी हेल्थककेयर स्कीम!

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश के मध्यम वर्ग का दिल जीतने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए भी आयुष्मान योजना का शुभारम्भ करने की तैयारी कर रही है। नीति आयोग ने तो हेल्थ सिस्टम फॉर न्यू इंडिया नाम से मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए अलग से स्वास्थ्य लाभ योजना लाने के लिए रिपोर्ट भी तैयार कर ली है। आयोग के मुताबिक इस नई स्वास्थ्य प्रणाली में उनको शामिल नहीं किया जाएगा जो आयुष्मान भारत योजना के दायरे में हैं।

आयुष्मान भारत योजना के दायरे में देश की कुल आबादी के 40 प्रतिशत लोग आता है। ये वे गरीब लोग हैं जो स्वयं से स्वास्थ्य योजना लेने की स्थिति में नहीं है। केंद्र सरकार अब जिस योजना को लाने की तैयारी कर रही है उससे मध्यमवर्गीय करोड़ों लोगों को फायदा हो सकता है।

नीति आयोग के स्वास्थ्य ममलों से जुड़े सलाहकार आलोक कुमार ने बताया कि देश की करीब 50 फीसदी आबादी किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़ी नहीं है। ऐसे में उनसे मामूली राशि लेकर एक नई प्रणाली तैयार करने पर विचार किया जा रहा है। इसमें मध्यम वर्ग पर गौर किया गया है।

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि हमारा दृष्टिकोण स्वस्थ्य भारत का है और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य के लिए हमें स्वास्थ्य सेवा के हर मोर्चे पर स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था में निजी और सार्वजनिक दोनों स्तरों पर व्यापक बदलाव की जरूरत है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानि आयुष्मान भारत के तहत कुल आबादी का 40 प्रतिशत नीचे के तबकों को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है। वैसे तो आयुष्मान योजना देश के गरीबों के बेहतर स्वास्थ्य और इलाज के लिए है।

लेकिन नीति आयोग के मुताबिक देश के मध्यम वर्ग के लिए कोई भी ठोस हेल्थकेयर सरकारी नीति या योजना नहीं है। यही वजह है कि सरकार जल्द ही नई मध्यम वर्ग केंद्रित हेल्थकेयर स्कीम के जरिए देश के करीब 50 फीसदी मध्यमवर्गीय परिवारों को कवर करना चाहती है।

नरेंद्र मोदी सरकार की मध्यम वर्ग को तोहफा देने की योजना हक़ीकत में बदलती है, तो निकट भविष्य में देश का मध्यमवर्गीय नागरिक भी 200 या 300 रुपए के प्रीमियम भरकर बेहतर इलाज का लाभ उठा सकता है।