महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायकों पर भी है सबकी नजर,सरकार बनाने में निभाएंगे अहम भूमिका,फ्लोर टेस्ट से पहले संपर्क साध रहे हैं सभी दल

शिवसेना का दावा है कि उसके अपने 56 विधायकों के अलावा उसे 7 अन्य विधायकों का समर्थन भी उसे हासिल है। राज्य में 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी दावा है कि उसे 14 अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है। लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि कितने विधायक अजित पवार के साथ हैं।

महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायकों पर भी है सबकी नजर,सरकार बनाने में निभाएंगे अहम भूमिका,फ्लोर टेस्ट से पहले संपर्क साध रहे हैं सभी दल
Pic of Independent MLAs With Shiv Sena Chief Uddhav Thackrey
महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायकों पर भी है सबकी नजर,सरकार बनाने में निभाएंगे अहम भूमिका,फ्लोर टेस्ट से पहले संपर्क साध रहे हैं सभी दल
महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायकों पर भी है सबकी नजर,सरकार बनाने में निभाएंगे अहम भूमिका,फ्लोर टेस्ट से पहले संपर्क साध रहे हैं सभी दल

देश की सर्वोच्च अदालत महाराष्ट्र मामले पर फैसला मंगलवार को सुनाएगी और यह बताएगी कि देवेंद्र फडणवीस-अजित पवार की सरकार का फ्लोर टेस्ट कब होगा। लिहाजा, प्रदेश में राजनीतिक दलों ने सत्ता के गणित को अपने पक्ष में करने की कोशिशें और तेज कर दी है। तमाम दलों के नेता अपने विधायकों को एकजुट रखने की हर संभव कोशिश तो कर ही रहे हैं, उनकी नजर 13 निर्दलीय विधायकों और छोटे दलों के 16 विधायकों पर भी टिकी हुई है। ये विधायक 288 सदस्यों वाले सदन में बहुमत के लिए जरूरी 145 विधायकों के आंकड़े को पाने में अहम साबित होंगे।

शिवसेना का दावा है कि उसके अपने 56 विधायकों के अलावा उसे 7 अन्य विधायकों का समर्थन भी उसे हासिल है। राज्य में 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी दावा है कि उसे 14 अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है। लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि कितने विधायक अजित पवार के साथ हैं। गौरतलब है कि अजित पवार ने शनिवार को बीजेपी से हाथ मिला लिया था और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।

इस बीच अचलपुर के विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू ने कुछ दिन पहले शिवसेना को समर्थन देने का पत्र दिया था और उन्होंने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि वह और उनके दो विधायक साथी उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ हैं। क्रांतिकारी शेतकरी पक्ष के विधायक शंकरराव गडाख ने शिवसेना को समर्थन का पत्र दिया है। उन्होंने कुछ अन्य विधायकों को भी शिवसेना के पक्ष में किया है।

शंकरराव गडाख ने जिन विधायकों की बात है उनमें आशीष जायसवाल (रामटेक), नरेंद्र भोंडेकर (भंडारा), मनीला गावित (सकरी) और चंद्रकांत पाटिल (मुक्तानगर) शामिल हैं। जो विधायक बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं, उनमें स्वतंत्र विधायक रवि राणा (बडनेरा), किशोर जोरगेवार (चंद्रपुर), गीता जैन (मीरा भायंदर), महेश बाल्दी (उरण), संजय शिंदे (करमाला), राजेंद्र राउत (बार्शी), प्रकाश आवडे (इचलकरंजी) और राजेंद्र पाटिल (शिरोल) शामिल हैं।

बीजेपी ने पीडब्ल्यूपी विधायक श्यामसुंदर शिंदे (लोहा), राष्ट्रीय समाज पक्ष के रत्नाकर गुट्टे (गंगाखेड), बहुजन विकास अगाड़ी के भोइसार से राजेश पाटिल, नालासोपारा से क्षितिज ठाकुर और वसई से हितेंद्र ठाकुर और जन सुराज्य शक्ति पार्टी के शाहूवाड़ी से विधायक विनायक कोरे के समर्थन का दावा भी किया है।

महाराष्ट्र विधानसभा 2019 में 2-2 विधायक एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी के भी हैं और एमसीपी, एमएनएस, आरएसपी और स्वाभिमानी पक्ष के 1-1 विधायक हैं। विधानसभा चुनाव परिणाम में बीजेपी को 105 सीट, जबकि शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।