कमलेश तिवारी हत्याकांड : ATS की जांच से असंतुष्ट हैं पत्नी किरण तिवारी, ANI से की जांच कराने की मांग

किरण तिवारी ने कहा, “मैं जांच से खुश नहीं हूं। मामला क्यों नहीं एनआईए को सौंपा जा रहा है? उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस इसकी सही से जांच नहीं कर पाएगी। मारे जाने से एक दिन पहले मेरे पति ने नाका हिंदोला के एसएचओ को जान के खतरे के बारे में बताया था, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया।”

कमलेश तिवारी हत्याकांड  : ATS की जांच से असंतुष्ट हैं पत्नी किरण तिवारी, ANI से की जांच कराने की मांग
Pic of Kiran Tiwari Wife of Late Kamlesh Tiwari
कमलेश तिवारी हत्याकांड  : ATS की जांच से असंतुष्ट हैं पत्नी किरण तिवारी, ANI से की जांच कराने की मांग
कमलेश तिवारी हत्याकांड  : ATS की जांच से असंतुष्ट हैं पत्नी किरण तिवारी, ANI से की जांच कराने की मांग

उत्तर प्रदेश के हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड की चल रही एटीएस की जांच से उनकी पत्नी किरण तिवारी संतुष्ट नहीं है। लिहाजा, उन्होंने इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए से कराने की मांग की है। किरण तिवारी ने कहा, “मैं जांच से संतुष्ट नहीं हूं और एनआईए से इस पूरे मामले की जांच करवाने की मांग करती हूं।” 

किरण तिवारी ने कहा, “मैं जांच से खुश नहीं हूं। मामला क्यों नहीं एनआईए को सौंपा जा रहा है? उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस इसकी सही से जांच नहीं कर पाएगी। मारे जाने से एक दिन पहले मेरे पति ने नाका हिंदोला के एसएचओ को जान के खतरे के बारे में बताया था, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया।”

पत्रकारों से बातचीत में किरण ने कहा, “मैं सरकार द्वारा दिए गए 15 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को तबतक अपने पास रखूंगी, जबतक कि एक भारतीय जनता पार्टी के नेता की इसी तरह से हत्या नहीं कर दी जाती और तब इसमें बराबर राशि मिलाते हुए 30 लाख रुपये की राशि शोकाकुल परिवार को दूंगी।”

दादरी लिंचिंग मामले की पीड़िता को दिए गए मुआवजे की तुलना करते हुए किरण ने कहा, “दादरी लिंचिंग मामले के पीड़ितों को 50 लाख रुपये दिए गए और हमें 15 लाख। क्या जान की अलग-अलग कीमत होती है?”

हिंदू समाज पार्टी की नवनिर्नाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण तिवारी ने कहा कि वह तबतक शांत नहीं बैठेगी, जबतक उनके पति के 'असली हत्यारे' को फांसी पर नहीं लटकाया जाता। उन्होंने परिवार को जेड प्लस सुरक्षा की मांग की और घटना के एकमात्र चश्मदीद सौराष्ट्रजीत सिंह की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई।

गौरतलब है कि कमलेश तिवारी की उनके आफिस में 18 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता ने 22 अक्टूबर को अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान को गिरफ्तार किया है। मामले में पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनपर हत्या की साजिश रचने और हत्यारों को मदद पहुंचाने का आरोप है।