केजरीवाल का बड़ा ऐलान, पद्म पुरस्कारों के लिए भेजे जाएंगे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम

केजरीवाल का बड़ा ऐलान, पद्म पुरस्कारों के लिए भेजे जाएंगे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार इस साल पद्म पुरस्कारों के लिए केवल डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ के ही नाम भेजेगी। इसके लिए दिल्लीवासियों से 15 अगस्त तक ई-मेल के जरिए सुझाव लिए जाएंगे। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि यह समय उन लोगों को सम्मानित करने का है जिन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान हमें बचाया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने इस साल के पद्म पुरस्कारों के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के नाम भेजने का फैसला किया है। हम उन्हें बताना चाहते हैं कि हम उनके आभारी हैं। ये नाम जनता हमें बताएगी। 15 अगस्त तक लोग अपने मेल padmaawards.delhi@gmail.com पर भेज सकते हैं। इस ईमेल एड्रेस पर कोई भी व्यक्ति किसी भी डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी का नाम और आखिर उन्हें यह अवॉर्ड क्यों मिलना चाहिए उसके बारे में जानकारी भेज सकता है। हम चाहते हैं कि 15 अगस्त तक सभी नाम आ जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हमने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता वाली एक स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है जो जनता के द्वारा भेजे गए नामों पर चर्चा करेगी। 15 दिनों में (15 अगस्त के बाद) नामों की स्क्रीनिंग करेगी और दिल्ली सरकार को नामों की सिफारिश करेगी। फिर अंतिम नाम केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री पुरस्कारों के लिए केंद्र सरकार जनता से भी नाम लेती है और राज्य सरकारों से भी नाम लिए जाते हैं। दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष हम सिर्फ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के ही नाम भेजेंगे। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि हमने शहीद फ्रंटलाइन वर्कर्स को एक करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की है।

गौरतलब है कि दिल्ली जब कोरोना महामारी की भीषण दूसरी लहर की चपेट में थी उस दौरान रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही थी। संक्रमण के मामले इस तेजी से बढ़े थे कि दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स और ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। सभी अस्पतालों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मारामारी रही। दिल्ली में 20 अप्रैल को सबसे 28,395 नए मामले सामने आए थे, जो अब तक एक दिन में सर्वाधिक हैं। 22 अप्रैल को यहां पॉजिटिविटी रेट 36.2 प्रतिशत पर पहुंच गया था। महामारी के कारण राजधानी में तीन मई को एक दिन में सबसे अधिक 448 लोगों की मौत हुई थी। मई के मध्य के आसपास मामलों में गिरावट आनी शुरू हुई और अब पॉजिटिविटी रेट एक प्रतिशत से नीचे है। राजधानी में पिछले 30 दिनों (25 जून से) में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,320 मामले सामने आए हैं जो औसतन प्रतिदिन 77 मामले हैं।