PEFI ने खेल जगत के दिग्गजों, शारीरिक शिक्षकों और संस्थाओं को किया सम्मानित,मुख्य अतिथि सांसद सुनिता दुग्गल ने कहा-शारीरिक शिक्षा को आगे बढ़ाना है, देश को खेल महाशक्ति बनाना है...।
फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा की देश के फिट और उर्जावान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने खेल दिवस के दिन फिट इंडिया मूवमेंट का शुभारम्भ किया है, जिससे देशभर में खेल और फिटनेस के क्षेत्र में एक क्रांति का आगाज हुआ है। उन्होंने कहा की शारीरिक शिक्षकों की इस मिशन को सफल बनाने में बहुत बड़ी जिम्मेदारी है,यदि इस देश को खेल की महाशक्ति बनाना है तो शारीरिक शिक्षा को आगे बढ़ाना ही होगा।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेल दिवस पर फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत के बाद से लोगों में इसे लेकर काफी क्रेज देखा जा रहा है। बच्चा, बूढ़ा या फिर जवान, सभी इससे जुड़ रहे हैं। सरकारी संस्था, सामाजिक संगठन या फिर कोई व्यक्ति विशेष ही क्यों न हो,सभी अपने-अपने स्तर पर देशवासियों को फिट रहने का संदेश दे रहे हैं। इसी कड़ी में शारीरिक शिक्षा, खेल इससे जुड़े लोगों को बढ़ावा देने वाली संस्था फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया यानी (पेफी) ने भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया।
फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के इस आठवीं स्पोर्ट्स इंडिया प्रदर्शनी समारोह के दौरान खेल और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले दिग्गजों को प्रतिष्ठित चौथे पेफी राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया।
सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा की देश के फिट और उर्जावान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने खेल दिवस के दिन फिट इंडिया मूवमेंट का शुभारम्भ किया है, जिससे देशभर में खेल और फिटनेस के क्षेत्र में एक क्रांति का आगाज हुआ है। उन्होंने कहा की शारीरिक शिक्षकों की इस मिशन को सफल बनाने में बहुत बड़ी जिम्मेदारी है,यदि इस देश को खेल की महाशक्ति बनाना है तो शारीरिक शिक्षा को आगे बढ़ाना ही होगा।
इससे पूर्व पेफी की ओर से शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. जीपी गौतम लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी रायपुर के डॉ. राजीव चौधरी और निजाम कॉलेज हैदराबाद के प्रिंसिपल डॉक्टर लक्ष्मीकांत राठौर को प्रदान किया गया। कोचिंग के क्षेत्र में डॉ. अजमेर सिंह लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, बिहार के बास्केटबाल कोच देवाशीष बनर्जी को प्रदान किया गया, जबकि बेस्ट कोच अवार्ड जाने-माने कोच सुजीत मान और वीरेंदर सिंह को कुश्ती के लिए, प्रताप सिंह बिष्ट को बास्केटबाल के लिए और मल्लिकार्जुन पुजारी को टेबल टेनिस के लिए पुरस्कार दिया गया।
इसके साथ ही डॉ. जीपी गौतम बेस्ट फिजिकल एजुकेशन टीचर अवार्ड, जम्मू कश्मीर के डॉ. शौकत हुसैन विनीता बलूनी को, दिल्ली के प्रवीण नागर और रीनू बिंद्रा को, मध्यप्रदेश के डॉ गीता सिंह सिसोदिया को, महाराष्ट्र के डॉ. संतोषी सौलकर, संध्या सिंह और डॉ. सागर नारखेडे को, झारखंड के हरिहर पाण्डेय को, पश्चिम बंगाल के सौरव गांगुली को और केरल के सुजा मेरी जॉर्ज को प्रदान किया गया।
समारोह के दौरान शारीरिक शिक्षा में उत्कृष्ट शोधकार्य के लिए डॉ. रोब्सन अवार्ड हिमाचल प्रदेश के डॉ. अश्वनी कुमार और तमिलनाडु के डॉ. मानिझागु को प्रदान किया गया। खेलों के क्षेत्र में नेतृत्व और उत्कृष्टता के लिए जहां कोमल और वी.के पाहुजा अवार्ड मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के डॉ. श्याम नारायण सिंह को दिया गया। वहीं, योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मुरादाबाद की दीप्ति ग्रेवाल को डॉ. जी. पी. गौतम अवार्ड से सम्मानित किया गया।
पेफी द्वारा डॉ. पी. एम जोसफ अवार्ड केटेगरी में सर्वश्रेष्ठ शारीरिक शिक्षा विश्वविद्यालय का पुरस्कार तमिलनाडु शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद विज्ञान विश्वविद्यालय को, सर्वश्रेष्ठ कॉलेज में दिल्ली विश्वविद्यालय के देशबंधु कॉलेज को और केरल के संत थॉमस कॉलेज दिया गया। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में बाल भारती नोएडा और वाई एस स्कूल पंजाब को दिया गया। बेस्ट अकादमी के लिए मिनर्वा पंजाब फुटबॉल क्लब और बेस्ट संस्थान के लिए डीएएससी सोसाइटी दिल्ली को डॉ. अजमेर सिंह अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली यूनिवर्सिटी ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च के वाइस चांसलर प्रोफेसर आरके गोयल, नेहरू युवा केंद्र के पूर्व डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल दिलावर सिंह,पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. एके उप्पल, भारतीय विश्वविद्यालय संघ के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ. गुरदीप सिंह और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के फील्ड जनरल मैनेजर एके मिश्रा ने प्रशिक्षकों और संस्थाओं को पेफी पुरस्कारों से सम्मानित किया। पेफी के सचिव डॉ. पीयूष जैन भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
आपको बताते चलें कि इस बार चयन समिति ने पूरे देश से आए हुए आवेदनों में से 11 श्रेणियों में 28 लोगों और संस्थाओं को इन पुरस्कारों के लिए चयनित किया। ये पुरस्कार देश के उन चुनिंदा लोगों और संस्थाओं को दिए जाते हैं, जिन्होंने देश में शारीरिक शिक्षा और खेलकूद को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया है साथ ही शारीरिक शिक्षा और खेल के क्षेत्र में समाज और देश के लिए प्रेरणा बने हैं।
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