जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?

सोनिया गांधी ने कहा, ''गांधी जी का नाम लेना आसान है, लेकिन उनके बताए रास्ता पर चलना मुश्किल है। गांधी जी का नाम लेकर भारत को अपने रास्ते पर ले जाने वाले पहले भी कम नहीं थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में साम दाम दंड भेद का खुला खेल करके वो अपना आपको बहुत ताकतवर समझते हैं।

जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?
Pic of Congress President Sonia Gandhi With Congress Leaders On Rajghat On The Ocassion of gandhi jayanti
जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?
जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?
जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?
जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?
जानिए, गांधी जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को क्या कहा?

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कांग्रेस की कार्यकारी सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लिया। सोनिया गांधी ने कहा कि जो लोग खुद को सर्वेसर्वा बताने की इच्छा रखते हों, वो राष्ट्रपिता के आदर्शों को कैसे समझ सकते हैं।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पदयात्रा के समापन के बाद सोनिया ने राजघाट पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा देश और पूरी दुनिया महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती मना रही है, तो हम सभी को इस बात पर गर्व है कि भारत आज जहां पहुंचा है वह गांधी के रास्ते पर चलकर पहुंचा है।

बापू को नमन करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि गांधी जी नहीं, बल्कि आरएसएस बन जाए भारत का प्रतीक। मैं ऐसे लोगों से साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि हमारे देश की मिली-जुली संस्कृति, सभ्यता और समाज में गांधी जी की सर्वसमावेशी व्यवस्था के अलावा कभी कोई सोच नहीं आ सकती। जो असत्य पर आधारित राजनीति कर रहे हैं, वे कैसे समझेंगे कि गांधी जी की अहिंसा के उपासक थे।

सोनिया गांधी ने कहा, ''गांधी जी का नाम लेना आसान है, लेकिन उनके बताए रास्ता पर चलना मुश्किल है। गांधी जी का नाम लेकर भारत को अपने रास्ते पर ले जाने वाले पहले भी कम नहीं थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में साम दाम दंड भेद का खुला खेल करके वो अपना आपको बहुत ताकतवर समझते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इन सबके बावजूद भारत नहीं भटका तो इसकी वजह है कि हमारे देश की बुनियाद में गांधी के आदर्शों की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि भारत और गांधी एक दूसरे के पर्याय है। यह अलग बात है कि कुछ लोग इसे उलटा करने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि गांधी नहीं बल्कि आरएसएस भारत का प्रतीक बन जाए। मैं ऐसे लोगों को बताना चाहती हूं कि हमारे देश की मिलीजुली संस्कृति और समाज गांधी जी की सर्वसमावेशी व्यवस्था के अलावा दूसरे के बारे में सोच नहीं सकता।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि जो लोग असत्य के आधार पर राजनीति कर रहे हैं वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। जो सारी शक्ति अपनी मुठ्टी में रखना चाहते हैं वे कैसे समझेंगे कि गांधी जी के स्वराज का क्या मतलब है। सोनिया ने कहा कि जिन्हें मौका मिलते ही अपने को सर्वेसर्वा बताने की इच्छा हो वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी की सेवा का क्या मतलब है?