देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर नहीं लगेगा पूर्ण प्रतिबंध, सरकार देशवासियों को सिर्फ करेगी जागरुक
जल शक्ति मिशन द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ने ट्वीट किया और कहा” प्रधानमंत्री द्वारा 11 सितंबर 2019 को शुरू किया गया स्वच्छता ही सेवा अभियान सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने के बारे में नहीं है, बल्कि इसके इस्तेमाल को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता लाकर इसे जन आंदोलन बनाना है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एक बार इस्तेमाल होने वाले पलास्टिक यानी सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध नहीं लगाएगी। इसे पीछे की वजह इससे जुड़े उद्योगों का काफी नुकसान होना बताया जा रहा है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि इसका प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा और बेरोजगारी बढ़ेगी।
जल शक्ति मिशन द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ने ट्वीट किया और कहा” प्रधानमंत्री द्वारा 11 सितंबर 2019 को शुरू किया गया स्वच्छता ही सेवा अभियान सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने के बारे में नहीं है, बल्कि इसके इस्तेमाल को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता लाकर इसे जन आंदोलन बनाना है।
आपको बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त किया जाएगा। उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर यानी बुधवार से छह वस्तुओं के इस्तेमाल पर रोक लगाने की बात कही थी। इनमें प्लास्टिक के कैरीबैग, थर्माकोल के कटलरी आइटम्स, पाउच, प्लास्टिक की 200 मिली से छोटी बोतलें और स्ट्रॉ जैसी चीजें शामिल थीं।
पर्यावरण मंत्रालय ने भी पिछले महीने एडवाइजरी जारी कर कहा था कि सरकारी ऑफिस, पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों में कृत्रिम फूल, फ्लैग, बैनर्स, प्लास्टिक की पानी की बोतलें आदि इस्तेमाल नहीं किए जाएं। पर्यावरण मंत्रालय में शीर्ष अधिकारी चंद्र किशोर मिश्रा ने बताया कि सरकार अभी राज्यों को पॉलीथीन बैग जैसे कुछ सिंगल यूज प्लास्टिक के भंडारण, निर्माण और उपयोग के खिलाफ मौजूदा नियमों को लागू करने के लिए कहेगी। हालांकि, प्रतिबंध के लिए अभी तक कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है।
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