कांग्रेस की ‘भारत बचाओ’ रैली में शामिल नेताओं ने केंद्र सरकार पर बोला हमला, नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और अर्थव्यव्था जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा
दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस पार्टी की ओर से ‘भारत बचाओ’ रैली का आयोजन किया गया,जिसमें शामिल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोदन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत तमाम नेताओं ने नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और अर्थव्यव्था जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस पार्टी की ओर से ‘भारत बचाओ’ रैली का आयोजन किया गया,जिसमें शामिल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोदन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत तमाम नेताओं ने नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और अर्थव्यव्था जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
'भारत बचाओ' रैली के दौरान राहुल गांधी काफी तल्ख नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि देश बुरे दौर से गुजर रहा है। राहुल ने कहा कि ये देश पीछे नहीं हटता। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मांगूं। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा और नहीं कोई कांग्रेस वाला माफी मांगेगा। माफी नरेंद्र मोदी को देश से मांगनी है। उनके असिस्टेंट अमित शाह को माफी मांगनी है। कांग्रेस मानती है कि ब्रिटिश दौर में विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
लोकसभा में शुक्रवार को राहुल के ‘रेप इन इंडिया’ बयान पर हंगामा हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई महिला सांसदों ने इस पर राहुल से माफी मांगने को कहा। राहुल ने बयान दिया कि वे माफी नहीं मांगेगे। यह भी कहा कि मोदीजी ने कहा कि मेक इन इंडिया होगा। हमें लगा कि मेक इन इंडिया दिखाई देगा। आज जब हम अखबार खोलते हैं तो हमें रेप इन इंडिया दिखाई देता है। राहुल ने झारखंड के गोड्डा में गुरुवार को ‘रेप इन इंडिया’ वाला बयान दिया था।
राहुल ने कहा, ‘‘पहले देश की शक्ति और आत्मा इसकी अर्थव्यवस्था थी। है नहीं थी। पूरी दुनिया हमारी तरफ देखकर कहती थी कि हिंदुस्तान में क्या हो रहा है। एक तरफ चीन और दूसरी तरफ इंडिया। यूरोपीय देश भारत और चीन को मिलाकर चिंडिया बोलते थे। आज देखिए, देश प्याज पकड़े हुए हैं। हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नरेंद्र मोदी ने खुद अकेले खत्म कर दी।’’
राहुल ने कहा ‘‘मोदी 8 बजे रात को टीवी पर आए। अर्थव्यवस्था को ऐसी चोट मारी कि आज तक ठीक नहीं हुई। कहा कि यह काले धन के खिलाफ लड़ाई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है। माताओं-बहनों, युवाओं की जेब से पैसे निकाले और लाखों-करोड़ों अंबानी-अडाणी के हवाले किए।
राहुल ने कहा कि मनमोहन सिंह जी ने कहा था कि जीएसटी को बिना पायलट प्रोजेक्ट के मत लॉन्च करो। मोदीजी ने कहा, मैं करूंगा। आज 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। 9 फीसदी जीडीपी थी, आज 4.5 फीसदी पहुंच गई है। हमारे तरीके से आज देश की जीडीपी नापी जाए, तो 2.5 फीसदी जीडीपी है। हिंदुस्तान के सब दुश्मन चाहते थे कि हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाए। ये काम दुश्मनों ने नहीं, प्रधानमंत्री ने किया है।
कांग्रेस की उपाध्यक्ष प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि हमें देश बचाना है। प्रियकां गांधी वाड्रा ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में समानता का अधिकार नहीं बचा। देश की अर्थव्यवस्था खराब दौर में गुजर रही है। बीजेपी के 6 साल के शासन में बेरोज़गार बढ़ी है।
प्रियंका ने कहा कि हर बस स्टॉप, हर अखबार में दिखता है कि ‘मोदी है तो मुमकिन है।’ असलियत यह है कि बीजेपी है तो 100 रुपये किलो प्याज है। बीजेपी है तो 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मुमकिन है। बीजेपी है तो 4 करोड़ नौकरियां नष्ट होना मुमकिन है।
प्रियंका ने यह भी कहा, ‘‘न्याय की लड़ाई लड़ने से बड़ी देशभक्ति कोई नहीं है। आज जिस दौर से हमारा देश गुजर रहा है, हर तरफ अन्याय है। गरीबों पर मुसीबतें लादी जाती हैं और बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए जाते हैं। ऐसे कानून बनाए जाते हैं, जिससे लाखों लोग बंदी की तरह रखे जाते हैं।
प्रियंका ने कहा कि आज की लड़ाई में जो नहीं खड़ा होगा, वो कायर कहलाएगा। भारत की रखवाली करना, स्वतंत्रता, स्वाभिमान और स्वाधीनता का हक रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। आप सबकी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए कांग्रेस के मेरे कार्यकर्ता भाइयों-बहनों की है। इस देश को बचाने के लिए यह भावना लेकर आए हैं। इसके लिए धन्यवाद है।’’
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जनता से वादा किया था की 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी कर देंगे। आमदनी दोगुनी करेंगे। हर साल 2 करोड़ रोजगार का देने का वादा किया था। ये सब वादे झूठे थे। देश की जनता को गुमराह किया। उन्होंने कहा कि देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है। इसके खिलाफ आंदोलन की जरूरत है। इस पर फैसला लेने का वक्त आ गया है। दशकों से ऐसा माहौल युवाओं के सामने पहले कभी नहीं आया।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के केवल 6 महीने में ही देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त कर दी। उनके मंत्री पूरी तरह से तर्कहीन हो चुके हैं। कल वित्त मंत्री ने कहा कि सब ठीक है। हम यानी भारत दुनिया में शीर्ष पर है। सिर्फ एक बात उन्होंने नहीं कही कि अच्छे दिन आने वाले हैं।’’
गौरतलब है कि सोनिया गांधी के पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला मौका है, जब कांग्रेस ने किसी बड़ी रैली का आयोजन किया। हालांकि, इसका मकसद कांग्रेस पार्टी में टीम राहुल की ताकत का प्रदर्शन करना भी है। पहले यह रैली 30 नवंबर को होने वाली थी, मगर बाद में संसद के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर इसका समय 14 दिसंबर तय किया गया।
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