‘मनुष्यों की संपूर्ण मनोकामनाओं को पूर्ण करती है माँ मनसा’

मनसा देवी मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। शिवालिक पर्वत श्रृंखला के एक शिखर पर स्थित यह मंदिर मनसा देवी को समर्पित है। 'मनसा' शब्द का प्रचलित अर्थ इच्छा है। मनसा माता नाम के अनुरूप सभी मनोकामना पूर्ण करने वाली मानी जाती है। माँ मनसा श्रद्धालों की सभी इच्छों को पूरा करती हैं।

‘मनुष्यों की संपूर्ण मनोकामनाओं को पूर्ण करती है माँ मनसा’
Pic of Manda Devi Templs, Haridwar
‘मनुष्यों की संपूर्ण मनोकामनाओं को पूर्ण करती है माँ मनसा’

मनसा देवी मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। शिवालिक पर्वत श्रृंखला के एक शिखर पर  स्थित यह मंदिर मनसा देवी को समर्पित है। 'मनसा' शब्द का प्रचलित अर्थ इच्छा है। मनसा माता नाम के अनुरूप सभी मनोकामना पूर्ण करने वाली मानी जाती है। माँ मनसा श्रद्धालों की सभी इच्छों को पूरा करती हैं। यह आदि शक्ति महादुर्गा का ही एक स्वरूप है। माता मनसा देवी का यह स्वरूप तीन सिर और पांच भुजाओं वाला है।

बावन शक्तिपीठों में से एक यह मंदिर सिद्ध पीठ त्रिभुज के चरम पर स्थित है। यह त्रिभुज माया देवी, चंडी देवी एवं मनसा देवी मंदिरों से मिलकर बना है। माता मनसा के इस मंदिर में देवी की दो मूर्तियां हैं। एक मूर्ती की पांच भुजाएं और तीन मुख है। दूसरी अन्य मूर्ती की आठ भुजाएं हैं। इस मंदिर में भ्रमण के दौरान भक्त एक पवित्र वृक्ष के चारों ओर एक धागा बांधते हैं और भगवान से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं। मनोकामना पूर्ण होने के पश्चात वृक्ष से इस धागे को खोलना आवश्यक है।

ऐसी धार्मिक मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा के मन से उत्पन्न  तथा ऋषि जरत्कारू की पत्नी सर्पराज्ञी देवी माँ मनसा की यहीं तीन मुख और  पांच भुजाओं वाली अष्टनाग वाहिनी मूर्ति स्थापित है। उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित देवी के यंत्र त्रिकोण में बने तीन मंदिरों में यह मंदिर अधिक महत्व रखता है। नवरात्र के अवसर पर मनसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इस ऐतिहासिक मंदिर के दर्शन के लिए पैदल या फिर  रोप-वे के जरिए जाया जाता है।