मुजफ्फरपुर : मैडम थोड़ा टाइम पर ध्यान दें, सुनते ही शिक्षिका ने साथी शिक्षक को सैंडल से पीटने लगी
बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरती शिक्षा व्यवस्था की एक शर्मनाक खबर है। जिले के मोतीपुर प्रखंड के एक विद्यालय के मास्टर साहब को अपने सहयोगी शिक्षिका से समय पर आने की बात कहना महंगा पड़ा। शिक्षिका ने स्कूल के सभी बच्चों के सामने ही उस शिक्षक पर सैंडल की बौछार कर दी।
बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरती शिक्षा व्यवस्था की एक शर्मनाक खबर है। जिले के मोतीपुर प्रखंड के एक विद्यालय के मास्टर साहब को अपने सहयोगी शिक्षिका से समय पर आने की बात कहना महंगा पड़ा। शिक्षिका ने स्कूल के सभी बच्चों के सामने ही उस शिक्षक पर सैंडल की बौछार कर दी। आरोपी शिक्षिका ने फोन कर अपने पति को बुला लिया और फिर दोनों ने उस मास्टर साहब को एक कमरे में बंद कर जमकर पीटा। आसपास के लोगों ने बीच बचाव करके मामला शांत कराया और पिट रहे मास्टर साहब को बचाया।
मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय महमादा में बुधवार को उस समय अफरातफरी मच गयी जब बिंदु कुमारी नामक एक शिक्षिका ने शंभू साह नामक एक शिक्षक पर अचानक सैंडल बरसाना शुरू कर दिया। स्कूल के बच्चे और अन्य शिक्षक अवाक थे। बिंदु कुमारी ने फोन करके अपने पति को बुला लिया और दोनों ने शंभू साह को स्कूल के एक कमरे में बंद करके जमकर पीटा। घटना की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने बंधक बने शिक्षक को मुक्त करा हंगामा शुरू कर दिया।
ग्रामीण दोषी शिक्षिका दंपती व हेडमास्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीनों को विद्यालय से हटाने की मांग करने लगे। इसकी सूचना पर पहुंचे बीडीओ व बरुराज थाना पुलिस ने मामले की जांच की और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया।
स्कूल में विवाद की सूचना पर पहुंचे बीडीओ व पुलिस को छात्र-छात्राओं ने बताया कि प्रार्थना समाप्त होने के बाद जब शम्भू साह सर पढ़ाने के लिए क्लास में जाने लगे तो बिंदु कुमारी मैडम ने उनको रोका और गाली-गलौज करने लगीं। इसके बाद अपने पैर से सैंडल निकाल कर उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस बीच मैडम ने फोन कर अपने पति को बुला लिया और फिर शम्भू सर को एक कमरे में बंदकर उनकी पिटाई की। इसके बाद कमरे में ताला जड़ दिया। शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने पहुंच कर बंधक बने शिक्षक को मुक्त कराया। छात्रों ने बताया कि इस दौरान हेडमास्टर सर मूकदर्शक बने रहे।
वहीं, ग्रामीण अनिता देवी, मीणा देवी, रामबाबू राय, सरस्वती देवी, रघुनाथ राय, संतोष पंडित ने अधिकारियों को बताया कि शिक्षकों के विद्यालय में आने जाने का कोई टाइम टेबल नहीं है। कई शिक्षक तो दबंगई दिखाते हुए पांच-पांच दिन तक गायब रहते हैं और जब आते हैं तो सभी दिनों की हाजिरी बना लेते हैं।
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