हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़,मृतक की माँ का स्थानीय बीजेपी नेता पर साजिश का आरोप,पुलिस ने आरोपी अनवारुल से की पूछताछ

उत्तर प्रदेश के हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। मृतक की माँ ने शिव कुमार गुप्ता नाम के एक स्थानीय बीजेपी नेता पर अपने बेटे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। कमलेश की मां ने महमूदाबाद में स्थित राम जानकी मंदिर की मुकदमेबाजी को भी इस घटना की वजह बताया है। इस बीच पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ की है।

हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़,मृतक की माँ का स्थानीय बीजेपी नेता पर साजिश का आरोप,पुलिस ने आरोपी अनवारुल से की पूछताछ
GFX of Kamlesh Tiwari Muder Mistry
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़,मृतक की माँ का स्थानीय बीजेपी नेता पर साजिश का आरोप,पुलिस ने आरोपी अनवारुल से की पूछताछ
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़,मृतक की माँ का स्थानीय बीजेपी नेता पर साजिश का आरोप,पुलिस ने आरोपी अनवारुल से की पूछताछ
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़,मृतक की माँ का स्थानीय बीजेपी नेता पर साजिश का आरोप,पुलिस ने आरोपी अनवारुल से की पूछताछ

उत्तर प्रदेश के हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। मृतक की माँ ने शिव कुमार गुप्ता नाम के एक स्थानीय बीजेपी नेता पर अपने बेटे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। कमलेश की मां ने महमूदाबाद में स्थित राम जानकी मंदिर की मुकदमेबाजी को भी इस घटना की वजह बताया है। इस बीच पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ की है। पुलिस ने मौलाना से बिजनौर के थाना नगीना के आशियाना कॉलोनी में पूछताछ की है। कमलेश तिवारी और अनवारुल के बीच लंबे समय से जुबानी जंग चली आ रही थी।

पुलिस ने बिजनौर से दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बिजनौर से मौलाना अनवारुल हक को नगीना के आशियाना कॉलेनी से गिरफ्तार किया,जबकि गांव भनेड़ा के मौलाना नईम कासनी को भी तड़के गिरफ्तार किया गया है। गुजरात के सूरत से भी पुलिस ने छह संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है।

अनवारूल हक ने चार दिसंबर 2015 को बिजनौर में एसपी ऑफिस के सामने एक प्रदर्शन के दौरान कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था। किरतपुर क्षेत्र के गांव भनेड़ा के मुफ्ती नईम कासमी ने भी कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 1.61 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।

गुजरात पुलिस ने सूरत से भी 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए छह लोगों मे से एक की भूमिका हत्याकांड में संदिग्ध बताई जा रही है। गुजरात एटीएस ने इन सभी को हिरासत में लिया है। गुजरात एटीएस ने उत्तर प्रदेश पुलिस और एसआईटी से लगातार संपर्क कर रही है।

उधर, कमलेश तिवारी के परिजन शासन और प्रशासन पर कमलेश की हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। कमलेश की मां ने परिवार के दो सदस्यों के लिए नौकरी की मांग की है। मृतक कमलेश तिवारी की पत्नी ने मांगें नहीं माने जाने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।

आपको बताते चलें कि कमलेश तिवारी की उनके घर में ही शुक्रवार को दनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक सुबह दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए,जिन्हें तिवारी ने अपने घर के अंदर बुलाया और फिर अपने एक साथी से कहा कि सिगरेट लेकर आएं। जब वह लौटा तो कमलेश तिवारी की हत्या हो चुकी थी।

पुलिस का कहना है कि आपसी रंजिश में उनकी हत्या की गई है। पुलिस के मुताबिक हत्या करने वाले लोग दीवाली की मिठाई देने के बहाने आए थे। डिब्बे में हथियार थे। घर से एक पिस्तौल बरामद हुआ है। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन संदिग्धों को सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है।

वास्तव में कमलेश तिवारी का संबंध कई तरह के विवादों से रहा है। कमलेश तिवारी ने हजरत मोहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। कमलेश तिवारी की जिस जगह पर हत्या हुई वह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला है।

कमलेश के कुछ साथियों ने इस मामले में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने की आशंका भी जताई। इस बारे में पूछे जाने पर कानून व्यवस्था के अपर पुलिस महानिदेशक पीवी राम शास्त्री ने बताया कि पुलिस हर कोण से मामले की जांच कर रही है और अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाना जल्दबाजी होगी।

प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने भी कहा कि यह विशुद्ध आपराधिक घटना है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। जिन लोगों ने कमलेश की हत्या की वह उनकी जान पहचान के बताए जाते हैं। वारदात से पहले उन लोगों ने उसके साथ करीब आधा घंटा गुजारा था।
डीजीपी ने बताया कि कमलेश को पिछले कई महीनों से सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही थी। घटना के समय एक सुरक्षाकर्मी कमलेश के घर के नीचे तैनात था जिसने हत्यारों को रोका और कमलेश से पूछ कर ही उन्हें घर के अंदर जाने दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज तथा अन्य सबूतों के आधार पर कुछ अहम सुराग मिले हैं। पुलिस को कुछ कॉल डिटेल्स भी पता चले हैं।