उत्तर प्रदेश का कोई होमगार्ड जवान नहीं होगा बेरोजगार-चेतन चौहान

उत्तर प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि किसी भी होमगार्ड को ड्यूटी से नहीं निकाला जाएगा, सभी अपनी दीपावली अच्छी तरह मनाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोई भी होमगार्ड बेरोजगार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि डीजीपी से बातकर सीमित बजट में ड्यूटी देने का सुझाव दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस अपने सीमित बजट में 17000 होमगार्ड्स को ड्यूटी पर रख सकती है। बाकी 8000 होमगार्ड्स को मुख्यालय से ड्यूटी मिलेगी।

उत्तर प्रदेश का कोई होमगार्ड जवान नहीं होगा बेरोजगार-चेतन चौहान
Pic of Uttar Pradesh Homgiard Jawans
उत्तर प्रदेश का कोई होमगार्ड जवान नहीं होगा बेरोजगार-चेतन चौहान
उत्तर प्रदेश का कोई होमगार्ड जवान नहीं होगा बेरोजगार-चेतन चौहान

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 25 हजार होमगार्ड जवानों की सेवा समाप्त नहीं करेगी। प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि किसी भी होमगार्ड को ड्यूटी से नहीं निकाला जाएगा,सभी अपनी दीपावली अच्छी तरह मनाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोई भी होमगार्ड बेरोजगार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि डीजीपी से बातकर सीमित बजट में ड्यूटी देने का सुझाव दिया गया है।


उत्तर प्रदेश पुलिस अपने सीमित बजट में 17000 होमगार्ड्स को ड्यूटी पर रख सकती है। बाकी 8000 होमगार्ड्स को मुख्यालय से ड्यूटी मिलेगी। चेतन चौहान ने कहा कि सीमित जवान और कम ड्यूटी के फॉर्मूले से हल निकला है। 31 मार्च के बाद सभी होमगार्ड को नए मानदेय के साथ ड्यूटी मिलेगी। मंत्री ने कहा कि नए बजट में होमगार्ड और पुलिस का बजट बढ़ेगा।

आपको बताते चलें कि पुलिस विभाग ने 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया था। थानों में पुलिस बल की कमी की वजह से पिछले दिनों होमगार्ड जवानों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगाने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए होमगार्ड विभाग ने 25 हजार जवानों को पुलिस ड्यूटी के लिए दिया था, जो थानों से लेकर चौराहों पर ट्रैफिक तक संभाल रहे हैं। होमगार्ड जवानों द्वारा दी गई सेवा के मानदेय का माहवार आकलन एक हफ्ते में करने को भी कहा गया है।

अभी हाल में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि होमगार्ड विभाग के लिए आवंटित बजट वर्तमान में नहीं बढ़ाया जा सकता है। लेकिन भविष्य में इसे बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। होमगार्डों को पहले 500 रुपये का रोजाना भत्ता मिलता था, जिसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 672 रुपये कर दिया गया था। माना जा रहा है कि इससे उत्तर प्रदेश पुलिस के बजट पर असर पड़ रहा था। होमगार्डों की कोई तय मासिक तनख्वाह नहीं होती है और ड्यूटी के दिनों के आधार पर मानदेय दिया जाता है।