दिल्ली के कमानी सभागार में 30 सितम्बर को सम्मान-अर्पण समारोह, हिन्दी अकादमी लेखकों,पत्रकारों और कवियों को करेगा सम्मानित
दिल्ली के कॉपरनिक्स मार्ग स्थित कमानी सभागार में आयोजित होने वाले समारोह के दौरान हिन्दी के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सराहनीय कार्य करने वाली कई नामी-गिरामी हस्तियों को सम्मानित किया जाना है। सम्मान स्वरूप सभी को प्रशस्ति पत्र, शॉल और नगद राशि दी जाएगी। हिन्दी अकादमी दिल्ली की ओर से समानित होने वाली सभी हस्तियों को पत्र लिखकर आमंत्रित किया गया है।
दिल्ली सरकार की संस्था हिन्दी अकादमी की ओर से 30 सितंबर को सम्मान-अर्पण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस सम्मान-अर्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। समारोह की अध्यक्षता जहां मशहूर कवि, लेखक और हिन्दी अकादमी,दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री सुरेंद्र शर्मा जी करेंगे, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग, दिल्ली सरकार की सचिव श्रीमती मनीषा सक्सेना समारोह में शामिल रहेंगी। सभी आमंत्रित मुख्य अतिथि, विषिष्ट अतिथि और गणमान्यों द्वारा समारोह का शुभारंभ संध्या 5:30 बजे दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा।
दिल्ली के कॉपरनिक्स मार्ग स्थित कमानी सभागार में आयोजित होने वाले समारोह के दौरान हिन्दी के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सराहनीय कार्य करने वाली कई नामी-गिरामी हस्तियों को सम्मानित किया जाना है। सम्मान स्वरूप सभी को प्रशस्ति पत्र, शॉल और नगद राशि दी जाएगी। हिन्दी अकादमी दिल्ली की ओर से समानित होने वाली सभी हस्तियों को पत्र लिखकर आमंत्रित किया गया है। हिंदी भाषा के विकास में योगदान करने वाले लेखकों, पत्रकारों और कवियों को हिंदी अकादमी सम्मान से सम्मानित किया जाता है।
हिन्दी अकादमी की ओर से जारी सूची के अनुसार डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी को शलाका सम्मान, सुश्री शीला झुनझुनवाला को शिखर सम्मान, श्री सुधाकर बाबू पाठक को विशिष्ट योगदान सम्मान, श्री माणिक वर्मा को काव्य सम्मान, डॉ. यतीश अग्रवाल को ज्ञान प्रौद्योगिकी सम्मान, श्री घमंडी लाल अग्रवाल को बाल साहित्य सम्मान, प्रो. राधावल्ल्भ त्रिपाठी को नाटक सम्मान, श्री वरुण ग्रोवर को हास्य-व्यंग्य सम्मान, श्री हरजेंद्र चौधरी को अनुवाद सम्मान, सुप्रिय प्रसाद को पत्रकारिता सम्मान (इलेक्ट्रॉनिक), श्री सलिल चतुर्वेदी को हिन्दी सेवा सम्मान और डॉ. पृथ्वी सिंह (गढ़वाली) को सहभाषा सम्मान दिया जाएगा।
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