घाटी के 50 हजार मंदिरों में जल्द प्रारम्भ होगी पूजा-अर्चना,केंद्र सरकार कर रही है बंद पड़े मंदिरों को खोलने की तैयारी

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया कि सरकार कश्मीर घाटी में बरसों से बंद पड़े 50 हजार मंदिरों को खोलने के लिए सर्वे करा रही है। ये ऐसे मंदिर हैं जो या तो खंडित हैं या जिनकी मूर्तियां तोड़ी गई हैं। उन्होंने कहा कि घाटी में बंद पड़े स्कूलों को खोलने के लिए भी सरकार सर्वे का काम कहा रही है। 

घाटी के 50 हजार मंदिरों में जल्द प्रारम्भ होगी पूजा-अर्चना,केंद्र सरकार कर रही है बंद पड़े मंदिरों को खोलने की तैयारी
Pic of Union Minister of State for Home Kishan Reddy

कश्मीर घाटी के 50 हजार से अधिक बंद पड़े मंदिरों में एक बार फिर से पूजा-अर्चना हो सकेगी। वह समय दूर नहीं जब इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ और क्षद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा। शंखों की ध्वनी गूंजेगी, घंटे और घड़ियाल बजेंगे। चारों ओर मंत्रों का उच्चारण होगा, कहीं हर-हर महादेव, तो कहीं माता रानी के जयकारे लगेंगे। क्योंकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीर घाटी में बंद पड़े 50 हजार से अधिक मंदिरों को फिर से खोलने की तैयारी कर रही है। सरकार ने इसके लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार कश्मीर घाटी में बरसों से बंद पड़े 50 हजार मंदिरों को खोलने के लिए सर्वे करा रही है। ये ऐसे मंदिर हैं जो या तो खंडित हैं या जिनकी मूर्तियां तोड़ी गई हैं। उन्होंने कहा कि घाटी में बंद पड़े स्कूलों को खोलने के लिए भी सरकार सर्वे का काम कहा रही है। 

गृह राज्य मंत्री जी. किशन ने बताया कि सरकार आतंक पर कार्रवाई कर रही है। कश्मीर को आतंक से मुक्त कराने का ऑपरेशन चल रहा है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में कश्मीरी पंडितों से मुलाकात की है।

ज्ञात हो कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया है। आर्टिकल 370 हटाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभक्त कर दिया गया है। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्टिकल 370 हटाने के बाद कहा था कि यह एक ऐतिहासिक भूल सुधार है और इससे कश्मीर और लद्दाख का समुचित विकास होगा।