टीका लगवाने से हिचक रहे थे लोग, बदले में चावल की स्कीम पर उमड़े, अरुणाचल में हिट हुई योजना
देश में कई जगहों पर कोरोना वैक्सीन लगवाने में लोगों की हिचक के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी जिले में एक अधिकारी ने 20 किलो चावल देने की स्कीम शुरू की है, जिसका काफी असर देखने को मिल रहा है। जिले के याजाली सर्किल के ऑफिसर ताशी वांगचू थोंगडोक ने 45 साल से अधिक आयु के लोगों को टीका लगवाने पर 20 किलो चावल देने की स्कीम शुरू की है। उनका कहना है कि यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि लोग टीका लगवाने में हिचकें नहीं। याजाली में 12,000 की आबादी है, जिनमें से 1,399 लोगों की उम्र 45 साल से अधिक है। इनमें से 84 फीसदी ने टीका लगवा लिया है, जबकि 209 लोग टीका लगवाने को आगे नहीं आ रहे थे।
अथॉरिटीज की ओर से कई प्रयासों के बाद भी इन लोगों ने टीका लगवाने में रुचि नहीं दिखाई थी। यहां तक कि हेल्थ वर्कर्स को उनके घर तक भी भेजा गया था। थोंगडोक ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से वैक्सीन की सप्लाई की जा चुकी थी, लेकिन ये लोग टीका लगवाने को तैयार नहीं थे। इसलिए हमने यह प्लान तैयार किया तकि लोग टीका लगवा सकें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसलिए टीका नहीं लगवाना चाहते थे क्योंकि वह कुछ दिनों के लिए शराब छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके अलावा कुछ लोग एक फर्जी वॉट्सऐप संदेश से डरे हुए थे, जिसमें यह कहा गया था कि टीके लगवाने वाले लोगों की दो साल में ही मौत हो जाएगी।
तीन दिन तक चलना है 'वैक्सीन के बदले चावल' अभियान
थोंगडोक ने कहा कि हमने ऐसे संदेशों पर भ्रम दूर करने के लिए अभियान चलाया था और लोगों को बताया कि टीका लगवाने से सिर्फ मामूली समस्याएं आती हैं। याजाली में इस साल अप्रैल से लेकर अब तक कोरोना संक्रमण के 243 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 190 लोग सही हो गए हैं, जबकि अब भी 53 लोग संक्रमित हैं। हालांकि यहां किसी की भी कोरोना के चलते मौत नहीं हुई है। टीका लगवाने पर चावल देने के लिए फंडिंग के सवाल पर थोंगडोक ने कहा, 'सौभाग्य से हमें दो स्पॉन्सर मिल गए थे, जिन्होंने 209 लोगों के लिए चावल की खरीद के पैसे दिए। इसके बाद हमने 7 से 9 जून तक यह अभियान चलाने का फैसला लिया है।'
चावल की स्कीम के बाद भारी बारिश में भी टीका लगवाने पहुंच रहे लोग
इस स्कीम का असर पहले ही दिन से दिखने लगा है। सोमवार को भारी बारिश के बीच भी 50 लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आए और उन सभी को टीके के बाद 200 किलो चावल का पैकेट दिया गया। अथॉरिटीज का मानना है कि अगले दो दिनों में बचे हुए लोग भी कोरोना का टीका लगवा लेंगे।
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