बिहार में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, तबाही से सात मरे, जानिए आज का मौसम

बिहार में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, तबाही से सात मरे, जानिए आज का मौसम

बिहार में चक्रवाती प्रभावों से हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन पर भारी असर पड़ा है। रिकॉर्ड तोड़ बारिश से पटना, गया, पूर्णिया सहित जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई है। हवा की रफ्तार अधिकतम 37 किमी प्रतिघंटे और चक्रवाती हवा की रफ्तार अधिकतम 44 किमी प्रतिघंटे रहने से जगह-जगह पेड़ उखड़ गए। ग्रामीण इलाकों में मिट्टी से बने कई मकानों के ढहने की सूचना है। जगह-जगह तेज हवाओं के साथ बारिश ने तूफान की तीव्रता से लोगों को डराये रखा। आज भी भारी बारिश के आसार हैं। 

कटिहार के मनिहारी में 251.6 मिमी बारिश
राज्य के पूर्वी भाग में कुछ जगहों पर एक-दो जगहों पर अत्यंत भारी बारिश हुई है। राज्य में सबसे अधिक बारिश कटिहार के मनिहारी में दर्ज की गई। यहां 251.6 मिमी से भी अधिक बारिश हुई है। इसके अलावा कदवा, बरारी, पूर्णिया, परसा, कटिहार उत्तर, अमनौर, बनमनखी, अरवल, शेखपुरा में अत्यधिक यानी भारी से भारी बारिश रिकॉर्ड की गयी।

शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश वैशाली में हुई 
सूबे के अन्य जगहों पर सामान्य से भारी बारिश हुई। शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच सूबे में सबसे ज्यादा बारिश वैशाली में 136 मिमी, जबकि पूर्णिया में 83.8 मिमी दर्ज की गई। खगड़िया, पटना, पूर्वी चंपारण, अररिया, बेगूसराय, समस्तीपुर, जमुई, मधुबनी में भी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसमविदों का कहना है कि यास से सूबे प्रवेश के बाद डीप डिप्रेशन के प्रभाव से इतनी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

आज उत्तर बिहार में भारी बारिश के आसार
चक्रवात यास कम दबाव के क्षेत्र के रूप में बदलकर राज्य के उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और अगले 24 घंटों में कमजोर होकर इसी ओर स्थिर रहने के आसार हैं। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार में शनिवार को कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। इसका प्रभाव शुक्रवार दोपहर बाद से ही सूबे में दिखने लगा है। मौसमविदों का कहना है कि राज्य के अन्य हिस्सों में हवा की रफ्तार और बारिश की तीव्रता कम हो गई है और अगले 24 घंटों में और भी कम हो जाएगी।

पटना एयरपोर्ट विमानों के लिए खोला गया
गुरुवार को शाम पौने सात बजे से मौसम खराब होने की वजह से पटना एयरपोर्ट पर विमान सेवाओं को पहले रात दस बजे और फिर शुक्रवार सुबह नौ बजे तक बंद कर दिया गया था। परिसर में जगह-जगह पानी जमा हो गया था। हालांकि, शुक्रवार की सुबह नौ बजे तक परिसर से पानी निकल चुका था। शुक्रवार की सुबह परिसर का निरीक्षण करने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के दिल्ली स्थित आलाधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से अपडेट प्राप्त किया। मौसम विभाग और एएआई के अधिकारियों की बैठक के बाद पटना एयरपोर्ट को यात्री विमानों के लिए खोल दिया गया। इस दौरान रनवे पर फिसलन और दृश्यता की बारीक जांच की गई। हालांकि, मौसम विभाग की ओर से मिले इनपुट पर नजर रखते हुए अभी परिसर में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है।

शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे हुई बारिश
वैशाली 136 मिमी, पूर्णिया 83.8 मिमी, खगड़िया 17.5 मिमी, पटना 17 मिमी, पूर्वी चंपारण 43.5 मिमी, अररिया 21 मिमी, बेगूसराय 28.5 मिमी, समस्तीपुर 36 मिमी , जमुई 12.5 मिमी, मधुबनी 27 मिमी।

तूफान में पेड़ व दीवार गिरने से सात की मौत, छह घायल

राज्य में दो दिनों में यास तूफान की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा छह लोग घयल हुए हैं। सरकार ने इन मौतों की पुष्टि की है। इन सभी को सरकारी प्रावधनों के अनुसार अुग्रह अनुदान दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक दरभंगा और बांका जिलें में एक-एक व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हो गयी हैं। बांका में एक व्यक्ति की घायल होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा मुंगेर, बेगूसराय, गया, भोजपुर और पटना एक- एक व्यक्ति की मौत दीवार गिरने से हो गयी हैं। बेगूसराय में चार और गया में एक व्यक्ति दीवार गिरने से घायल हुए हैं। इन सभी घटनाओं की पुष्टि संबंधित जिलों के प्रशासन द्वारा की गई है। तूफान के दौरान मरने वालों के परिवार को चार -चार लाख दिया गया है। घायलों को सरकारी खर्च पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अगर घायल व्यक्ति को सात दिन से अधिक अस्पताल में रहना पडेगा तो उसे अलग से 50 हजार रुपये सरकार की ओर दिया जायेगा।

 चक्रवात यास सूबे में गहरे अवदाब से कम दबाव के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित हो गया है। यह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ा है। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार में शुक्रवार और शनिवार को कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
-विवेक सिन्हा, निदेशक मौसम विज्ञान केंद्र, पटना।