AIIMS पटना खरीदेगा एम्फोटेरिसिन की तीन हजार वॉयल, राज्‍य सरकार राशनिंग कर उपलब्‍ध करा रही दवा

AIIMS पटना खरीदेगा एम्फोटेरिसिन की तीन हजार वॉयल, राज्‍य सरकार राशनिंग कर उपलब्‍ध करा रही दवा

ब्लैक फंगस की दवा की कमी दूर करने के लिए एम्स पटना एम्फोटेरिसिन बी की तीन हजार वॉयल की खरीद करेगा। इसके लिए एम्स प्रशासन दवा कंपनियों से बात करने का प्रयास कर रहा है। एम्स में मरीजों की बढ़ती संख्या और राज्य सरकार द्वारा राशनिंग कर इस दवा की आपूर्ति किए जाने के बाद एम्स प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।

ब्‍लैक फंगस के इलाज से जुड़े एम्स के एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि एम्स को फिलहाल राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाइयों की आपूर्ति कराई जा रही है। इसके लिए संस्थान में भर्ती मरीजों की सूची प्रतिदिन शाम को उपलब्ध कराई जाती है। दो दिन पहले दवा की आपूर्ति में कुछ बाधा भी उत्पन्न हुई थी। अचानक इस तरह की बाधा से कोई बड़ी परेशानी न हो, इसलिए एम्स प्रशासन अपने संसाधनो से भी दवाइयों की खरीद करेगा। इससे अचानक कमी का संकट उत्पन्न नहीं होगा।

दो दिन पहले आईजीआईएमएस में भी मच गया था हड़कंप: आईजीआईएमएस में बुधवार को ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 के पार हो गई थी। उस दिन दवाओं की अचानक कमी होने से आईजीआईएमएस में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। निदेशक ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर स्वास्थ्य मंत्री से दवाओं की शीघ्र आपूर्ति कराने की बात की। बहुत प्रयास के बाद देर रात 500 वॉयल दवा की आपूर्ति हो सकी।

एम्स को अब तक मिले सिर्फ 3250, आईजीआईएमएस को 3000 वॉयल: ब्लैक फंगस से पीड़ित एक साधारण मरीज को एम्फोटेरिसिन बी के 50 मिलीग्राम वॉयल का छह डोज एक दिन में दिया जाता है। संक्रमण अगर दिमाग में चला जाए तो उस मरीज को प्रतिदिन 10 डोज दिया जाता है। ऐसे में अगर 50 मरीज भर्ती है तो एक दिन में तीन सौ से 500 वॉयल का डोज पड़ जाता है। ऐसे में एम्स को अबतक 3250 डोज और आईजीआईएमएस को लगभग 3000 डोज मिल पाया है। वहीं पीएमसीएच में मिले 250 वॉयल मिला है। आईजीआईएमएस के डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि पिछले दो दिनों में एक हजार वॉयल मिलने के बाद अस्पताल में इस दवा की कमी कुछ दूर हो गई है।

11 दिन में एक से 346 पहुंची संक्रमितों की संख्या: एम्स, आईजीआईएमएस और पीएमसीएच में ब्लैक फंगस से पीड़ित होकर भर्ती मरीजों की कुल संख्या 179 हो गई है। इनमें से आईजीआईएमएस में 97, एम्स में 75 और पीएमसीएच में सात मरीज भर्ती हैं। 17 मई को एम्स में पहला संक्रमित भर्ती हुआ था, जबकि आईजीआईएमएस में भर्ती मरीज में 18 मई को ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। 20 मई से आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस का 40 बेड का अलग वार्ड बना। इसे बढ़ाकर तीन दिन पहले 100 बेड का कर दिया गया। सरकार द्वारा पहली बार आईजीआईएमएस को 500 वॉयल की आपूर्ति की थी। इसके बाद अलग-अलग दिनों में अबतक तीन हजार वॉयल उपलब्ध करा दिए गए हैं।