संसद में सोनिया गांधी होंगी कांग्रेस की कप्तान, नवनिर्वाचित सांसदों ने चुना संसदीय दल का नेता

कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुन लिया है। इसके साथ ही संसद में कांग्रेस का कप्तान कौन होगा इस मुद्दे पर अब विराम लग गया है। शनिवार को संसद भवन में कांग्रेस पार्लियमेंट्री पार्टी की बैठक आयोजित हुई, जिसमें शामिल कांग्रेस के सभी 52 नवनिर्वाचित सांसदों ने सोनिया गांधी को दोबारा पार्टी के संसदीय दल का नेता चुना।

संसद में सोनिया गांधी होंगी कांग्रेस की कप्तान, नवनिर्वाचित सांसदों ने चुना संसदीय दल का नेता
Pics Sonia Gandhi With Manmohan Singh

कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुन लिया है। इसके साथ ही संसद में कांग्रेस का कप्तान कौन होगा इस मुद्दे पर अब विराम लग गया है। शनिवार को संसद भवन में कांग्रेस पार्लियमेंट्री पार्टी की बैठक आयोजित हुई, जिसमें शामिल कांग्रेस के सभी 52 नवनिर्वाचित सांसदों ने सोनिया गांधी को दोबारा पार्टी के संसदीय दल का नेता चुना।

2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी हार और उसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से पद छोड़ने के फैसले के एक हफ्ते बाद कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में इसका ऐलान किया गया है। 
 

सोनिया गांधी ने 12 करोड़ लोगों को दिया धन्यवाद


इस मौके पर सोनिया गांधी ने देश के उन 12 करोड़ लोगों के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया, जिन्होंने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया है। सोनिया गांधी ने कहा कि हम देश की 12.13 करोड़ जनता का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने कांग्रेस में विश्वास बनाए रखा। बैठक में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों को यह याद रखना चाहिए कि आप में से प्रत्येक व्यक्ति संविधान के लिए लड़ रहा है।

सोनिया ने किया आखिरी सांस तक लड़ने का ऐलान


सोनिया ने कहा कि चुनाव में हार का पार्टी की विचारधारा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा- हम अपने आदर्श पर टिके हुए हैं। चुनाव में हार का हमारी विचारधारा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा- “हम सरकार के सकारात्मक काम का समर्थन करेंगे लेकिन अगर यह हमारे खिलाफ काम करते हैं तो हम आखिरी सांस तक लड़ेंगे।”

सीडब्ल्यूसी मीटिंग के बाद आज सीपीपी की बैठक हुई

कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की 25 मई को हुई बैठक के बाद यह पहली आधिकारिक बैठक हुई। इसके पहले हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन समिति ने इसे स्वीकार नहीं किया है। यह बैठक 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के कारणों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी।

कांग्रेस को 1999 में भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था 

इससे पहले, 15 मई 1999 को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था। उस वक्त तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उस वक्त पार्टी के सीनियर नेता शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर की तरफ से उनके विदेशी मूल को लेकर प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर विरोध को देखते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।

राहुल गांधी वायनाड जाएंगे, जनता का जताएंगे आभार

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहली बार 7 और 8 जून को वायनाड दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह मतदाताओं का शुक्रिया अदा करेंगे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राहुल गांधी लोगों का आभार जताने के लिए वायनाड के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वह लगातार वहां के लोगों के संपर्क में रहेंगे। वायनाड से राहुल गांधी ने चार लाख 31 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। चुनाव में यूडीएफ ने 20 में से 19 सीट पर जीत दर्ज की थी। राहुल ने वायनाड के लिए अलग ट्विटर अकाउंट भी बनाया है। राहुल वायनाड नाम के इस ट्विटर हैंडल से उन्होंने अंग्रेजी और मलयालम में दौरे से संबंधित ट्वीट किया है।