विशाखापत्तनम हादसा : मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने किया मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़, गंभीर घायलों को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये

आंध्र प्रदेश की जगनमोहन रेड्डी सरकार विशाखापत्तडनम हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये बतौर मुआबजा देगी। मुख्यमंत्री के मुताबिक गैस लीक हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये, जबकि जिन पीड़ितों का इलाज वेंटिलेटर पर चल रहा है,उन्हें 10-10 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी।

विशाखापत्तनम हादसा : मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने किया मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़, गंभीर घायलों को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये
Pic of Andhra Pradesh Chief Minister Jaganmohan reddy In Hospital
विशाखापत्तनम हादसा : मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने किया मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़, गंभीर घायलों को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये

आंध्र प्रदेश की जगनमोहन रेड्डी सरकार विशाखापत्तडनम हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये बतौर मुआबजा देगी। मुख्यमंत्री मे मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने किंग जॉर्ज हॉस्पिटल पहुंचकर पीड़ितों का हाल जाना। मुख्यमंत्री के मुताबिक गैस लीक हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही जिन पीड़ितों का इलाज वेंटिलेटर पर चल रहा है,उन्हें़ 10-10 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी।

दरअसल, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक रसायन संयंत्र में गैस रिसाव होने से 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 1000 अन्य प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि संयंत्र से रिसाव अब बहुत कम हो गया है लेकिन एनडीआरएफ कर्मी इसे पूरी तरह से बंद करने तक मौके पर मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि गैस रिसाव से अभी तक 11 लोगों की मौत हुई है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर ने कहा कि संयंत्र के आसपास के इलाकों में रह रहे करीब 1,000 लोग गैस रिसाव से प्रभावित हुए हैं। प्रधान ने कहा कि संयंत्र के तीन किमी के दायरे से 200 से 250 परिवारों के लगभग 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्यनारायण प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में 27 व्यक्ति शामिल हैं, जो औद्योगिक रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ हैं। 80 से 90 प्रतिशत लोग बचा लिए गए हैं।