बिहार में वैश्य कारोबारियों की हत्या और लूट की घटना के विरोध में आज राज्यव्यापी प्रदर्शन, वैश्य संगठनों ने काला दिवस मनाने का किया ऐलान

मंजीत आनंद साहू के मुताबिक कोरोना संकट को देखते हुए 7 जून यानि रविवार को सभी कारोबारी 11 बजे दिन से 3 बजे दोपहर तक अपने-अपने घरों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ही बैठकर काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही तमाम समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय वैश्य महासभा, बिहार प्रदेश भर के सभी जिलों एवं प्रखंडों मंे सोशल मीडिया के माध्यम से फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काली पट्टी बांधकर धरना देंगे और गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए काला दिवस के रूप में विरोध प्रदर्शन करेगी।

बिहार में वैश्य कारोबारियों की हत्या और लूट की घटना के विरोध में आज राज्यव्यापी प्रदर्शन, वैश्य संगठनों ने काला दिवस मनाने का किया ऐलान

पटना- बिहार में वैश्य कारोबारियों की हत्या और लूट की घटना में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके विरोध में अखिल भारतीय अतिपिछड़ा सँघर्ष मोर्चा और राष्ट्रीय वैश्य महासभा की बिहार इकाई राज्यव्यापी आज विरोध-प्रदर्शन करने जा रही है। राष्ट्रीय वैश्य महासभा की बिहार इकाई के युवा अध्यक्ष मंजीत आनंद साहू का कहना है कि सम्पूर्ण बिहार भर में लूट एवं हत्या से समाज का सभी तबका त्राहिमाम है। खास तौर से वैश्य-व्यवसायियों के ऊपर हत्या-लूट सहित कई प्रकार की आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। कोरोना संक्रमण काल मे लाकडाउन से करोड़ों वैश्य-व्यवसायियों की माली हालत बेहद खराब हो गई है।
       मंजीत आनंद साहू के मुताबिक कोरोना संकट को देखते हुए 7 जून यानि रविवार को सभी कारोबारी 11 बजे दिन से 3 बजे दोपहर तक अपने-अपने घरों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ही बैठकर काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही तमाम समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय वैश्य महासभा, बिहार प्रदेश भर के सभी जिलों एवं प्रखंडों में सोशल मीडिया के माध्यम से फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काली पट्टी बांधकर धरना देंगे और गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए काला दिवस के रूप में विरोध प्रदर्शन करेगी। 
               उन्होंने बताया कि राज्य सरकार मजदूरों को सरकार न राशन कार्ड दे रही है ना जाॅब कार्ड बनवा रही है। वहीं दूसरी तरफ व्यापारी वर्ग का सबसे बड़ा हिस्सा, मध्य वर्ग और निम्न मध्य वर्ग की स्थिति भी मजदूरों के समान होकर रह गई है। आर्थिक बदहाली और तंगहाली से लोग आत्महत्याएं कर रहे हैं। बोध गया में एक दुकानदार ने आर्थिक तंगहाली से परेशान होकर मार्केट की छत में लगे लोहे की पाईप से लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।