AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पार्टी नेता वारिस पठान पर कसा शिकंजा,मीडिया से बात करने पर लाई रोक,हाल ही में दिया था विवादित बयान
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान का बड़बोलापन उन्हें महंगा पड़ गया। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असददुद्दीन ओवैसी ने न सिर्फ उनके बयान पर एतराज जताया,बल्कि उनके मीडिया से बातचीत करने पर भी रोक लगा दी है। अब जबतक पार्टी आदेश नहीं देगी,तबतक वारिस पठान मीडिया से बात नहीं कर सकेंगे।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान का बड़बोलापन उन्हें महंगा पड़ गया। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने न सिर्फ उनके बयान पर एतराज जताया,बल्कि उनके मीडिया से बातचीत करने पर भी रोक लगा दी है। अब जबतक पार्टी आदेश नहीं देगी तबतक वारिस पठान मीडिया से बात नहीं कर सकेंगे।
दरअसल,नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच वारिस पठान का एक वीडियो सामने आया,जिसमें वह कहते सुने जा सकते हैं कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ लोगों पर भारी पड़ सकते हैं। वारिस पठान ने 16 फरवरी को उत्तरी कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी रैली को संबोधित करते हुए ये बयान दिए हैं।
वारिस पठान को हिंदी में यह बोलते हुए सुना जा सकता है, 'हमें साथ चलना होगा। हमें आजादी लेनी होगी। जो चीजें मांगने से नहीं मिलती,हमें छीननी होगी। अब वक्त आ गया है। हमको बोला कि मां-बहनों को आगे भेज दिया और खुद कंबल में बैठ गए। अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए। समझ लो, हम लोग साथ आ गए तो क्या होगा।' वारिस पठान ने कहा,'15 करोड़ हैं,लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं। याद रख लेना यह बात।' पठान दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं की आलोचनाओं की ओर इशारा कर रहे थे।
वारिस पठान पर निशाना साधते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने कहा कि नए भारत में ऐसी धमकियां काम नहीं करतीं। बीजेपी ने कहा, 'बच्चों और महिलाओं के पीछे छिपकर महान लोग आजादी मांग रहे हैं।' उसने ट्वीट किया, 'और कितनी आजादी चाहते हैं वो? क्या वे 1947 से हर तरह की आजादी नहीं पा रहे? वारिस पठान और एमआईएमआईएम के अन्य नेताओं को उनकी औरंगजेब वाली दुनिया से बाहर आ जाना चाहिए। नए भारत में ये धमकियां काम नहीं करतीं।
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