जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और होगी हाईटेक...हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल के बाद 50 हाईटेक यूएवी से होगी लैस 

केंद्र शाशित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और भी हाईटेक होने जा रही है। हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल और रिमोट से चलने वाले वाहनों के बाद पुलिस अब 50 हाईटेक यूएवी से लैस होने जा रही है। ये जम्मू-कश्मीर में हवाई निगरानी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है, जो अब तक की सबसे बड़ी यूएवी खरीद है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और होगी हाईटेक...हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल के बाद 50 हाईटेक यूएवी से होगी लैस 
Pic of Jammu-Kashmir Police Jawans
जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और होगी हाईटेक...हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल के बाद 50 हाईटेक यूएवी से होगी लैस 
जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और होगी हाईटेक...हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल के बाद 50 हाईटेक यूएवी से होगी लैस 
जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और होगी हाईटेक...हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल के बाद 50 हाईटेक यूएवी से होगी लैस 

केंद्र शाशित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस अब और भी हाईटेक होने जा रही है। हेलीकॉप्टर, रोबोट, टोटल कॉन्टेनमेंट वेसल और रिमोट से चलने वाले वाहनों के बाद पुलिस अब 50 हाईटेक यूएवी से लैस होने जा रही है। ये जम्मू-कश्मीर में हवाई निगरानी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है, जो अब तक की सबसे बड़ी यूएवी खरीद है।

पुलिस मॉडर्नाइजेशन कार्यक्रम के तहत गृह मंत्रालय द्वारा ये सब किया जा रहा है। इस बात की पूरी संभावना है कि 15 मार्च तक पुलिस लगभग पूरी तरह से इन नवीनतम उपकरणों से लैस होगी। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि आज के दौर में टेक्नोलॉजी के बिना काम करना मुश्किल है। टेक्नोलॉजी आपके काम में काफी मददगार होती है।

दरअसल,पिछले कुछ समय में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा ड्रोन प्रयोग में लाए जा रहे हैं,जिससे जब कभी भी कानून-व्यवस्था खराब होने की स्थिति उत्पन्न हो,उसकी रिकॉर्डिंग की जा सके। जम्मू-कश्मीर में पहले पत्थरबाजी जैसी घटनाओं में जब कोई पकड़ा जाता था,तो कहा जाता था कि वो बेगुनाह है,लेकिन अब पुलिस के पास उसका सबूत होता है,ये पुलिस के लिए बहुत बड़ी मदद है।

ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर विशेष तौर से हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। कई जगहों पर और भी कैमरे लगाए जाने हैं,मकसद हर तरह की गतिविधि पर नजर रखना है। इसके अलावा बीपी गाडियां भी पुलिस के पास हैं और उनका आधुनिकरण समय-समय पर किया जाता है।

आपको बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस पहले ड्रोन का उपयोग करने के लिए सेना की सहायता लेती थी,लेकिन अब ड्रोन या यूएवी की खरीद के बाद पुलिस विशेष रूप से कश्मीर में और सक्षम बन जाएगी। पुलिस अब न केवल आतंकवाद रोधी अभियानों,बल्कि प्रदर्शनकारियों पर भी नियंत्रण कर सकेगी। कानून-व्यवस्था से निपटने के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवाद रोधी अभियानों में आगे रहती है। इसलिए अलग-अलग तरह के विस्फोटकों से निपटने के लिए नवीनतम उपकरणों को प्राप्त किया जा रहा है।