आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान- बाकी बचे कार्यकाल तक अपने वेतन का 50 फीसदी कोरोना उन्मूलन कोष में देंगे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिए अहम सुझाव

तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव देते हुए कहा है कि राज्य में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जनप्रतिनिधियों को प्राथमिकता दी जाए। उनके मुताबिक क्षेत्र की समस्याओं, समाधानों और माँगों की अधिकारियों से ज्यादा सटीक और वास्तविक जानकारी संबंधित जनप्रतिनिधियों को अधिक होती है।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान- बाकी बचे कार्यकाल तक अपने वेतन का 50 फीसदी कोरोना उन्मूलन कोष में देंगे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिए अहम सुझाव
Bihar Opposition leader tejaswi yadav ( Google Pics)

पटना- बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कोरोना वायरस के खिलाफ राज्य सरकार के अभियान में हर संभव मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने घोषणा की है कि वो अपने बाकी बचे इस कार्यकाल तक अपने वेतन का 50 फीसदी कोरोना उन्मूलन कोष में देंगे। इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव कोरोना महामारी के संकट में सर्वप्रथम अपना एक माह का वेतन और विधायक निधि का 50 लाख देने ही पहल एवं कोरोना पीड़ितों के आइसोलेशन वार्ड के लिए सरकारी आवास देने का प्रस्ताव पहले ही कर चुके है।जबकि बिहार सरकार पहले ही सभी विधायकों का 15 फीसदी वेतन काटकर कोरोना उन्मूलन कोष में जमा करने का निर्णय लिया है।

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया है कि सरकार ने मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत विधायक निधि का 50 लाख रुपए कोरोना उन्मूलन कोष में लेने का जो निर्णय किया है, उसे एक करोड़ कर लिया जाए । लेकिन उसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि विधायक निधि का वह 1 करोड़ रुपए संबंधित विधायक के क्षेत्र, अनुमंडल में ही जाँच-उपचार संबंधित स्वास्थ्य उपकरणों एवं हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो।

तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव देते हुए कहा है कि राज्य में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जनप्रतिनिधियों को प्राथमिकता दी जाए। उनके मुताबिक क्षेत्र की समस्याओं, समाधानों और माँगों की अधिकारियों से ज्यादा सटीक और वास्तविक जानकारी संबंधित जनप्रतिनिधियों को अधिक होती है। यही वजह है कि कोरोना से हर स्तर पर लड़ने में जनप्रतिनिधियों के संवैधानिक अधिकारों और सार्वजनिक अनुभव को प्राथमिकता दी जाए।