कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका, कुमारी शैलजा को सौंपी हरियाणा कांग्रेस की कमान
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जहां डॉ. अशोक तंवर की जगह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है,वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव अभियान समिति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हुड्डा को किरण चौधरी की जगह कांग्रेस विधायक दल का नेता भी बनाया गया है। पार्टी में कुछ कार्यकारी अध्येक्ष भी हो सकते हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने हरियाणा कांग्रेस में बड़ा बदलाव किया है। प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जहां डॉ. अशोक तंवर की जगह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है,वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव अभियान समिति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हुड्डा को किरण चौधरी की जगह कांग्रेस विधायक दल का नेता भी बनाया गया है। पार्टी में कुछ कार्यकारी अध्येक्ष भी हो सकते हैं। पार्टी के वरिष्ठा नेता कुलदीप बिश्नोरई, अजय सिंह यादव और किरण चौधरी को भी अहम जिम्मेतदारी दिए जाने की संभावना है।
कांग्रेस हाईकमान के इस कदम से बाद हुड्डा के पार्टी अध्यक्ष बनने के उनके मंसूबों पर पानी फिर गया है। पार्टी के प्रदेश अध्याक्ष अशोक तंवर को भी कड़ा झटका लगा है। हुड्डा खेमा किसी भी कीमत पर तंवर को हटाना चाहता था। हुड्डा इसके लिए आलाकमान पर काफी समय से दबाव बना रहे थे। उन्हों्ने इसके लिए बागी तेवर भी दिखाए थे।
आपको बताते चलें कि अशोक तंवर और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसे समाप्तस कराने के लिए पार्टी नेतृत्व द्वारा किए गए सभी प्रयास विफल रहे। हुड्डा चाहते थे कि तंवर को हटाकर उनको हरियाणा कांग्रेस की कमान दे दी जाए। कांग्रेस आलाकमान ने हुड्ड की मांग नहीं मानी तो उन्हों ने बागी तेवर भी दिखाए। 18 अगस्तं को रोहतक में महा परिवर्तन रैली की और कांग्रेस से अलग राह अपनाने के भी संकेत दिए थे।
दरअसल, भूपेंद्र हुड्डा की मांग अशोक तंवर को हटाए जाने की थी और अशोक तंवर चाहते थे कि राज्य की कमान किसी भी सूरत में हुड्डा को ना मिले। इसलिए कांग्रेस ने बीच का रास्ता निकालते हुए कुमारी शैलजा को पार्टी की कमान सौंप दी है।
गौरतलब है कि 24 सितंबर 1962 को कुमारी शैलजा का जन्म हिसार जिले के गांव प्रभुवाला में हुआ। कुमारी शैलजा पार्टी का दलित चेहरा हैं। वे अंबाला और सिरसा दोनों जगह से लोकसभा की सांसद रही हैं। वे प्रमुख दलित नेता श्री चौधरी दलबीर सिंह की बेटी हैं। दलबीर सिंह भी हरियाणा के अध्यक्ष रहे और केंद्र में कई बार मंत्री रहे हैं।
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