भारत और चीन के बीच नए अध्याय की होगी शुरुआत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चीन और तमिलनाडु राज्य के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। पिछले 2 हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां थीं। उन्होंने कहा कि वुहान शिखर सम्मेलन ने हमारे संबंधों में एक नई गति और विश्वास पैदा किया और आज का 'चेन्नई विजन' भारत-चीन संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है।

भारत और चीन के बीच नए अध्याय की होगी शुरुआत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
Pic of PM Narendra Modi and China President XI Jinping
भारत और चीन के बीच नए अध्याय की होगी शुरुआत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
भारत और चीन के बीच नए अध्याय की होगी शुरुआत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
भारत और चीन के बीच नए अध्याय की होगी शुरुआत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 

भारत दौरे के दूसरे दिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच महाबलीपुरम के ताज होटल कोव रिजॉर्ट में दूसरी अनौपचारिक बैठक हुई। करीब 55 मिनट तक चली इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार, अंतरार्ष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग का होटल पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। बैठक में भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विजय गोखले मौजूद रहे।

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चीन और तमिलनाडु राज्य के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। पिछले 2 हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां थीं। उन्होंने कहा कि वुहान में पिछले साल भारत और चीन के बीच हुई पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली। दोनों देशों के बीच रणनीतिक संचार भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वुहान शिखर सम्मेलन ने हमारे संबंधों में एक नई गति और विश्वास पैदा किया और आज का 'चेन्नई विजन' भारत-चीन संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी जैसा आपने कहा था, आपने और मैंने दोस्तों की तरह खुलकर बातचीत की। दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम वास्तव में आपके अतिथि सतकार से अभिभूत हैं। मैंने और मेरे साथियों ने बहुत दृढ़ता से महसूस किया है। यह मेरे और हमारे लिए एक यादगार अनुभव होगा।

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि दोनों पक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच की इस बैठक के दौरान लोगों के संपर्क में सुधार, व्यापार को बढ़ाने और 35 सौ किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के तरीके पर प्रमुखता से चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति शी के लिए एक लंच की मेजबानी भी करेंगे। इसके बाद चीनी नेता चेन्नई हवाई अड्डे के लिए रवाना होंगे, जहां से वह दो दिवसीय यात्रा के लिए नेपाल जाएंगे।

इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्राचीन तटीय शहर मामल्लापुरम के भव्य 'शोर मंदिर' परिसर में रात्रिभोज के दौरान ढाई घंटे चली अपनी वार्ता में आतंकवाद और कट्टरपंथ की चुनौतियों का मिलकर सामना करने का संकल्प लिया।

विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दोनों नेताओं ने निवेश के नए क्षेत्रों को पहचानने, व्यापार बढ़ाने और द्विपक्षीय व्यापार की अहमियत पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापार और आर्थिक मामलों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने व्यापार घाटे और व्यापार में असंतुलन पर भी विस्तृत बातचीत की।

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग ने आतंकवाद के कारण दोनों देशों के सामने उत्पन्न हो रही चुनौतियों पर चर्चा की और इससे निपटने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।उन्होंने बताया कि मोदी और जिनपिंग ने चार विश्व धरोहर स्थलों की सैर करने समेत करीब साढ़े चार घंटे साथ समय बिताया। इसके साथ ही मामल्लापुरम में दोनों नेताओं की दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता का पहला दिन समाप्त हो गया।