Corona Effect : दिल्ली के लाखों अभिभावकों को बड़ी राहत,स्कूलों में देने होंगे सिर्फ मासिक ट्यूशन फीस, शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा-वक्त पर दी जाए स्कूल स्टाफ की सैलरी
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने उन लाखों अभिभावकों बड़ी राहत दी है,जो अपने बच्चों को किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। राज्य के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में फीस बढ़ाने और लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्ट समेत कई तरह के चार्ज वसूलने की शिकायतें मिली थीं। अब सरकार ने फैसला लिया है कि कोई भी स्कूल चाहे वो निजी या सरकारी जमीन पर बना हो, लॉकडाउन खुलने तक सिर्फ ट्यूशन फीस ही लेगा। इसके अलावा कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा।
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने उन लाखों अभिभावकों बड़ी राहत दी है,जो अपने बच्चों को किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच दिल्ली सरकार ने स्कूल फीस भरने को लेकर राहत का ऐलान किया। राज्य के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में फीस बढ़ाने और लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्ट समेत कई तरह के चार्ज वसूलने की शिकायतें मिली थीं। अब सरकार ने फैसला लिया है कि कोई भी स्कूल चाहे वो निजी या सरकारी जमीन पर बना हो, लॉकडाउन खुलने तक सिर्फ ट्यूशन फीस ही लेगा। इसके अलावा कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा, ''कई लोगों की शिकायत थी कि जब लॉकडाउन में बच्चे स्कूल ही नहीं जा रहे हैं,तो स्कूल ट्रांसपोर्ट चार्ज कैसे वसूल सकते हैं। कोई प्राइवेट स्कूल मनमर्जी से फीस में बढ़ोतरी नहीं करेगा और न ही एनुअल फीस या अन्य कोई चार्ज लेगा। 3 मई तक लॉकडाउन है, ऐसे में स्कूल एक-एक महीने कर ट्यूशन फीस ले पाएंगे। किसी बच्चे को फीस नहीं भर पाने पर ऑनलाइन क्लास से वंचित भी नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के स्टाफ को वक्त पर वेतन दी जाए।''
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना संकट के दौर में दिल्लीवासियों से जरूरमंदों की मदद और कामगारों को एडवांस सैलरी देने का अपील कर चुके हैं। ऐसे में अब सरकार ने दिल्ली के सभी स्कूलों से कहा है कि वे कोरोना संकट के बीच वे सभी स्टाफ को वक्त पर सैलरी बांटें। चाहे वे कॉन्ट्रैक्ट पर ही काम क्यों न कर रहे हों। अगर स्कूल मैनेजमेंट के पास फंड की कमी है तो इसके लिए अपने पेरेंट ऑर्गेनाइजेशन की मदद लेनी चाहिए।
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