'ढाई आखर प्रेम' सांस्कृतिक यात्रा 18 को पहुंचेगी बिहार, इन जिलों में होगा विशेष आयोजन

9 अप्रैल को रायपुर, छत्तीसगढ़ से शुरू हुई यह यात्रा झारखण्ड होते नवादा से बिहार प्रवेश करेगी और 20 दिनों तक बिहार के 22 जिलों में 104 स्थानों पर सांस्कृतिक अभियान चलाने के बाद 8 मई को उत्तर प्रदेश के चंदौली के लिए रवाना होगी.

'ढाई आखर प्रेम' सांस्कृतिक यात्रा 18 को पहुंचेगी बिहार, इन जिलों में होगा विशेष आयोजन

पटना. आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर इप्टा की ‘ढाई आखर प्रेम‘ नामक सांस्कृतिक यात्रा 18 अप्रैल को बिहार पहुंचेगी. 9 अप्रैल को रायपुर, छत्तीसगढ़ से शुरू हुई यह यात्रा झारखण्ड होते नवादा से बिहार में प्रवेश करेगी. 20 दिनों तक बिहार के 22 जिलों में 104 स्थानों पर सांस्कृतिक आयोजन करने के बाद 8 मई को यात्रा उत्तर प्रदेश के चंदौली के लिए रवाना हो जायेगी.

20 दिनों तक 22 जिलों में होगा सांस्कृतिक आयोजन:

20 दिनों की इस सांस्कृतिक यात्रा में इप्टा के कलाकार, संस्कृतिकर्मी और नौजवान गीत-संगीत, नाटकों, कविता-पाठ, लोकप्रिय संवादों और संविधान की प्रस्तावना की प्रस्तुति देंगे. साथ ही, स्थानीय कलाकारों के सहायोग से विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन करेंगे. बिहार के 22 जिला, 40 कस्बों और 38 गावों में सांस्कृतिक यात्रा का पड़ाव होगा.

बंधुत्व के मूल्यों को तलाशने की कोशिश:

इस आयोजन की जानकारी देते हुए बिहार इप्टा के महासचिव तनवीर अख़्तर ने बताया कि इप्टा की यह पहल असल में स्वतंत्रता संग्राम के गर्भ से निकले स्वतंत्रता- समता- न्याय और बंधुत्व के उन मूल्यों के तलाश करने की कोशिश है, जो आजकल नफरत, वर्चस्व और दंभ के तुमुलघोष में डूब सा गया है. जिसका दामन पकड़ कर हमारे किसान गांधी के अंहिसा और भगत सिंह के अदम्य साहस के रास्ते अपनी कुबार्नी देते हुए डटे हैं.

यात्रा पुरोधाओं का सादर स्मरण:

उन्होंने कहा कि यह यात्रा उन तमाम शहीदों, समाज सुधारकों, भक्ति आंदेलन और सूफीवाद के पुरोधाओं का सादर स्मरण है, जिन्होंने भाषा, जाति, लिंग और धार्मिक पहचान से इत्तर मनुष्य के मुक्ति एवं लोगों से प्रेम को अपना एकमात्र आदर्श घोषित किया.

सबके लिए एक सुन्दर दुनिया का सपना:

उन्होंने कहा कि 2022 बिहार में इप्टा की स्थापना का 75वां साल भी है. अपने 75 साला जश्न को बिहार इप्टा आजादी के 75वें साल के उत्सव के साथ मना रही है. इप्टा की ‘ढाई आखर प्रेम’ की सांस्कृतिक यात्रा ‘सबके लिए एक सुन्दर दुनिया’ सिलसिले को आगे बढ़ाने वाली और नफरत के बरक्स प्रेम, दया करुणा, बंधुत्व, समता से परिपूर्ण न्यायपूर्ण हिंदुस्तान को समर्पित है.

बिहार के इन जिलों में से गुजरेगी यात्रा:

‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक यात्रा बिहार के नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी, सिवान, सारण, वैशाली, पटना, नालन्दा और भोजपुर जिलों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 22 मई को मध्य प्रदेश में समाप्त होगी.