हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला की हो सकती है छुट्टी,कृष्णपाल गुर्जर, महीपाल ढांडा और ओमप्रकाश धनखड़ में से किसी एक का अध्यक्ष बनना तय, जल्द दो सकता है ऐलान 

हरियाणा बीजेपी के नए अध्यक्ष का ऐलान जुलाई के पहले सप्ताह में किसी भी दिन संभव है। बीजेपी हाईकमान ने नए अध्यक्ष का नाम तय कर लिया है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे की आज होने वाली शादी के तुरंत बाद नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जा सकता है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णनपाल गुर्जर, महिपाल ढांडा और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ में से कोई एक हरियाणा बीजेपी का नया अध्यक्ष होगा।

हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला की हो सकती है छुट्टी,कृष्णपाल गुर्जर, महीपाल ढांडा और ओमप्रकाश धनखड़ में से किसी एक का अध्यक्ष बनना तय, जल्द दो सकता है ऐलान 
GFX of Subhash Barala, Krishna pal Gurjar, Mahipal Dhanda and OP Dhankhad
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला की हो सकती है छुट्टी,कृष्णपाल गुर्जर, महीपाल ढांडा और ओमप्रकाश धनखड़ में से किसी एक का अध्यक्ष बनना तय, जल्द दो सकता है ऐलान 

हरियाणा बीजेपी के नए अध्यक्ष का ऐलान जुलाई के पहले सप्ताह में किसी भी दिन संभव है। बीजेपी हाईकमान ने नए अध्यक्ष का नाम तय कर लिया है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे की आज होने वाली शादी के तुरंत बाद नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जा सकता है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णनपाल गुर्जर, महिपाल ढांडा और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ में से कोई एक हरियाणा बीजेपी का नया अध्यक्ष होगा।

तीन दिन पहले सुभाष बराला की बेटी तमन्ना का विवाह हुआ था। मंगलवार को कुरुक्षेत्र में बेटे विकास बराला की शादी और करनाल में रिसेप्शन है। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हर पल घटनाक्रम बदल रहे हैं। सोमवार को राजनीतिक गलियारों में पूरे दिन चर्चा रही कि किसी सांसद या हारे हुए नेता को अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। शाम को यह चर्चा पूरी तरह से बंद हो गई और प्रदेश अध्यक्ष का चयन जाट और गैर जाट की राजनीति में उलझ गया।

बीजेपी ने यदि गैर जाट को अध्यक्ष बनाया तो केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम तय है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से उनका मिजाज मेल खाता है और उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पहले से अनुभव है। बताया जा रहा है कि कृष्णपाल गुर्जर से सभी औपचारिकताएं पूरी करा ली गई हैं। हाईकमान से उनकी बात भी हो गई। 

जाट नेताओं में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले आरएसएस से जुड़े पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का नाम तेजी से उभरा है। धनखड़ के मुख्यमंत्री के साथ भी ठीक रिश्तेू हैं। ओमप्रकाश धनखड़ के बाद कैप्टन अभिमन्यु का नाम आ रहा है, लेकिन उनकी मुखालफत की जा रही है। कैप्टन की लाबिंग भी कोई गुल  खिला सकती है, इसमें शक नहीं है।

बीजेपी ने यदि धनखड़ या कैप्टन के नाम पर सहमति नहीं बनाई और पार्टी को जाट अध्यक्ष बनाना पड़ा तो पानीपत ग्रामीण से दूसरी बार विधायक चुने गए महीपाल सिंह ढांडा का नाम सबसे ऊपर है। ढांडा युवा भी हैं और तेजतर्रार भी। वह उस पैमाने पर भी फिट बैठते हैं, जिसमें कहा जा रहा कि बीजेपी किसी सांसद या हारे हुए नेता को अध्यक्ष नहीं बनाएगी। सुभाष बराला जब अध्यक्ष बने थे, तब उनके नाम के ऐलान का किसी को अहसास तक नहीं था।