ओडिशा से बंगाल तक समंदर में ऊंची लहरें, भारी बारिश, वीडियो में देखें तूफान यास का खौफनाक मंजर

ओडिशा से बंगाल तक समंदर में ऊंची लहरें, भारी बारिश, वीडियो में देखें तूफान यास का खौफनाक मंजर

पश्चिम बंगाल और ओडिशा में यास तूफान का खतरा मंडरा रहा है। बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में आज यास तूफान की तबाही देखने को मिल सकती है। चक्रवाती तूफान ‘यास’ बुधवार दोपहर तक ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक दे सकता है। फिलहाल, लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में यास तूफान की वजह से कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। फिलहाल, अगले कुछ घंटे काफी अहम होने वाले हैं। मंगलवार की शाम को यास भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। यास तूफान की वजह से बंगाल, ओडिशा और बिहार समेत झारखंड के मौसम पर भी असर पड़ा है। ओडिशा और बंगाल में कई जगहों पर लगतार बारिश हो रही है। तो चलिए जानते हैं यास तूफान से जुड़े सारे लेटेस्ट अपडेट्स।

बंगाल में तूफान यास का दिख रहा डरावना मंजर : पश्चिम बंगाल: चक्रवाती तूफान 'यास' का तांडव दिखना शुरू हो गया है। पूर्बा मेदिनपुरी के दिघा में तेज हवा और अशांत समुद्री लहरें दिख रही हैं।

तीन-चार घंटे तक जारी रहेगा यास तूफान का लैंडफॉल : ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके जीना ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह करीब नौ बजे शुरू हुई और यह करीब तीन-चार घंटे तक जारी रहेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि तूफान दोपहर एक बजे तक मैदानी इलाकों की तरफ बढ़ जाएगा। यह धामरा और बालासोर के बीच लैंडफॉल बना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि चक्रवाती तूफान 'यास' बालासोर (ओडिशा) से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है और यह कुछ समय तक बालासोर की ओर रजारी रहेगा। दोपहर के बाद यह मयूरभांज जिले में प्रवेश करेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से बह सकती है।

आवासीय इलाकों में पहुंच गया पानी : बंगाल में चक्रवाती तूफान यास का अब खौफनाक मंजर दिखने लगा है। पूर्वी मिदनापुर में दिघा समूद्री बीच के पास आवासीय इलाकों में पानी आ गया है।

चक्रवाती तूफान यास का लैन्डफॉल शुरू : बंगाल तूफान यास के लैन्डफॉल की प्रक्रिया शुरू हो गई है। फिलहाल, चक्रवाती तूफान यास बालासोर के 50 किमी साउथ-साउथईस्ट में केंद्रित था।

ओडिशा में उठ रहीं खतरनाक लहरें, लोग अब भी किनारे मौजूद : ओडिशा: साइक्लोन यास की वजह से समुद्र में ऊंची-ऊंची खतरनाक लहरें उठ रही हैं। इस बीच गंजम जिले के गोपालपुर में समुद्र के पास कुछ मछुआरे देखे गए। जबकि मौसम विभाग गोपालपुर ने जिले में येलो अलर्ट घोषित किया है।

ओडिशा: चांदीपुर और बालासोर में भी तेज बारिश : ओडिशा में चक्रवाती तूफान यास का असर: तूफान यास के लैंडफॉल से पहले ही चांदीपुर और बालासोर में तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है। 

कुछ घंटों में ओडिशा के तट से टकराएगा तूफान यास : भुवनेश्वर मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि हम चक्रवाती तूफान यास के आज दोपहर तक लैंडफॉल की उम्मीद कर रहे हैं। इस दौरान इसकी रफ्तार 130-140 किमी प्रतिघंटे से 155 किमी प्रति घंटे रह सकती है। ओडिशा के धमरा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।

लैंडफॉल से पहले ही दिखने लगा यास का असर : बंगाल: चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल से पहले ही असर दिखने लगा है। न सिर्फ समुद्र में हलचल देखने को मिल रही है, बल्कि तेज हवाओं के साथ बारिश भी हो रही है। चक्रवाती तूफान 'यास' के लैंडफाल से पहले पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा में समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं।

बंगाल तस्वीरों में देखें समूद्र की हलचल : पश्चिम बंगाल में जैसे ही #CycloneYaas लैंडफॉल के करीब पहुंचा, पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में समुद्र उबड़-खाबड़ हो गया और फिलहाल भारी बारिश हो रही है।

ओडिशा में लैंडफॉल से पहले तेज बारिश : ओडिशा: चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल से पहले धामरा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।

बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में भारी बारिश : चक्रवाती तूफान यास के असर की वजह से पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर, बांकुरा, झारग्राम, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता और नादिया में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश, कुछ जगहों पर भारी बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। इतना ही नहीं, चक्रवाती तूफान यास का असर झारखंड पर भी दिख रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज और कल झारखंड के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, कुछ स्थानों पर भारी बारिश और कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी।

यास तूफान की क्या रहेगी रफ्तार : मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात 'यास' आज दोपहर तक उत्तर ओडिशा तट के निकट उत्तरी धामरा और बालासोर के दक्षिण के पास पहुंचेगा। इस दौरान 'यास' बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में होगा और हवा की स्पीड 130-140 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है।

बंगाल में 10 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया : ‘यास’ तूफान के असर से पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, हुगली में बुधवार को 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना के तटीय इलाकों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। ये रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य सरकार 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी है। उनका कहना है कि ‘यास’ का असर ‘अम्फान’ तूफान से भी काफी ज्यादा होगा।

एनडीआरएफ ने सबसे अधिक टीमें तैनात की : राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात ‘यास’ के लिए अपनी तैयारियों के तहत ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अब तक की सबसे अधिक टीमों को तैनात किया है। संघीय आपदा बल ने पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में तैनाती के लिए कुल 112 टीमों को तैयार किया है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात से इन इलाकों के प्रभावित होने की आशंका है। ओडिशा में सबसे अधिक 52 और पश्चिम बंगाल में 45 टीमों को तैनात किया गया है। इनके अलावा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बाकी टीमों को तैनात किया गया है।

ओडिशा ने कस ली है कमर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गृहराज्य मंत्री डी एस मिश्रा को राज्य के उत्तरी हिस्से में हालात की निगरानी करने के लिए बालासोर भेजा है। तटवर्ती जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। खबर लिखे जाने तक 50,000 लोग सुरक्षित शिविरों में पहुंचाया जा चुका है। 

बंगाल और ओडिशा में तेज बारिश : यास के लैंडफॉल से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के पुरी, कटक, खुर्दा और जाजपुर जिले तथा पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर और उत्तरी 24 परगना जिलों में 80-90 किलोमीटर रफ्तार की हवाएं 110 किलोमीटर तक चल सकती हैं। मौसम विभाग ने अगली सूचना तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी बुधवार तक कई पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है।