भारत को विजयदशमी पर मिलेगा पहला ‘रफाल’ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पेरिस में शस्त्र पूजन के बाद भरेंगे रफाल की उड़ान

दशहरे पर भारतीय वायुसेना में विधिवत रूप से शामिल होने वाला पहला रफाल ‘आरबी 001’ नंबर की टेल का है। यह नंबर रफाल डील में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मौजूदा एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया को समर्पित किया गया हैं। पहला जेट मिलने के बाद एक-दो महीने में तीन और जेट भी मिल जाएंगे।

भारत को विजयदशमी पर मिलेगा पहला ‘रफाल’ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पेरिस में शस्त्र पूजन के बाद भरेंगे रफाल की उड़ान
Pic of Defense Minister Rajnath Singh In Fighter Jet
भारत को विजयदशमी पर मिलेगा पहला ‘रफाल’ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पेरिस में शस्त्र पूजन के बाद भरेंगे रफाल की उड़ान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बार दशहरे के मौके पर पेरिस में रहेंगे और वहां शस्त्र पूजन यानी हथियारों की पूजा करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि विजयदशमी के पावन अवसर पर भारत को पहला उन्नत फाइटर जेट रफाल मिल रहा है। जिस दिन राफेल भारत के सुपुर्द किया जा रहा है उसी दिन भारतीय वायुसेना दिवस भी है। हालांकि इसके भारत आने का मई तक इंतजार करना पड़ेगा।

विजयदशमी के दिन राजनाथ सिंह बोर्डिओक्स के पास मेरिनैक में राफेल जेट रिसीव करेंगे।  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसी दिन फ्रांसीसी कंपनी डैसो के प्रोडक्शन प्लांट बोर्दू में रफाल का शस्त्र पूजन करेंगे। इसके बाद वे रफाल की उड़ान भी भरेंगे।

दशहरे पर भारतीय वायुसेना में विधिवत रूप से शामिल होने वाला पहला रफाल ‘आरबी 001’ नंबर की टेल का है। यह नंबर रफाल डील में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मौजूदा एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया को समर्पित किया गया हैं। पहला जेट मिलने के बाद एक-दो महीने में तीन और जेट भी मिल जाएंगे।

पहले चारों रफाल मई के अंत तक भारत आएंगे। उसके बाद 4-4 के ग्रुप में अगले 32 विमान भारत आएंगे। 2022 तक सभी 36 रफाल भारत में तैनात हो जाएंगे।बता दें कि आठ अक्टूबर को भारत को अपना पहला राफेल विमान मिलने वाला है। राफेल विमान लेने के लिए रक्षा मंत्री खुद पेरिस जा रहे हैं।

मिसाइल कंपनी एमबीडीए ने बताया है कि रफाल में दो ऐसी मिसाइलें लगी हैं, जो अपनी-अपनी श्रेणी की दुनिया में अब तक सबसे ताकतवर मिसाइलें हैं। कंपनी के इंडिया चीफ लुइक पीडेवाशे ने कहा, ‘भारत को रफाल से नई क्षमता मिलेगी। स्कैल्प-मिटिऑर मिसाइलें भारतीय वायुसेना के लिए गेमचेंजर साबित होंगी।’ 

गौरतलब है कि तब तक 10 भारतीय पायलट फ्रांस में ही रफाल के साथ ट्रेनिंग करेंगे। इसके लिए भारत से इंजीनियर और 40 टेक्नीशियन की टीम फ्रांस पहुंच चुकी है। ये टीम भारत लौटकर इतने ही अन्य वायुसैनिकों को ट्रेनिंग देगी। पहले 18 रफाल विमान अंबाला एयरबेस पर तैनात किए जाएंगे। बाकी के 18 रफाल पश्चिमी बंगाल के हाशीमारा बेस पर तैनात होंगे। वहां से चीन और अंबाला से पाकिस्तान को जवाब देने की रणनीति है।