JDU उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने गृह मंत्री अमित शाह को दी चुनौती,कहा-अगर आप CAA और NRC का विरोध करने वालों की परवाह नहीं करते,तो आगे क्यों नहीं बढ़ते? 

बिहार में बीजेपी के सहयोगी और सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को नागरिकता संशोधन कानून देश भर में लागू करने की चुनौती दी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध करने वालों की परवाह नहीं कर रहे हैं, तो फिर क्यों नहीं आगे बढ़ जाते हैं और इसे लागू करने की कोशिश करते हैं?

JDU उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने गृह मंत्री अमित शाह को दी चुनौती,कहा-अगर आप CAA और NRC का विरोध करने वालों की परवाह नहीं करते,तो आगे क्यों नहीं बढ़ते? 
GFX of Union Home Minister Amit Shah and JDU Vice-President Prashant Koshor
JDU उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने गृह मंत्री अमित शाह को दी चुनौती,कहा-अगर आप CAA और NRC का विरोध करने वालों की परवाह नहीं करते,तो आगे क्यों नहीं बढ़ते? 

बिहार में बीजेपी के सहयोगी और सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को नागरिकता संशोधन कानून देश भर में लागू करने की चुनौती दी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध करने वालों की परवाह नहीं कर रहे हैं, तो फिर क्यों नहीं आगे बढ़ जाते हैं और इसे लागू करने की कोशिश करते हैं? प्रशांत किशोर एनआरसी और सीएए को लेकर आवाज मुखर कर चुके हैं। 

प्रशांत किशोर ने बुधवार को ट्वीट किया,' नागरिकों की असहमति को खारिज करना किसी भी सरकार की ताकत का संकेत नहीं हो सकता। अमित शाह जी, अगर आप नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध करने वालों की परवाह नहीं करते हैं, तो आप इस कानून पर आगे क्यों नहीं बढ़ते? आप सीएए और एनआरसी को उसी क्रोनोलॉजी में लागू करने का प्रयास करें, जो आपने राष्ट्र के लिए इतनी बड़ी घोषणा की है!'

दरअसल, प्रशांत किशोर का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब एक दिन पहले यानी मंगलवार को लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में अमित शाह ने दोहाराय था कि जिसे विरोध करना है करे, मगर हम नागरिकता कानून को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हम प्रदर्शनों के बीच पैदा हुए हैं, प्रदर्शनों के बीच ही बड़े हुए हैं। विपक्ष में जब थे, तब यही कहा था और अब सत्ता में हैं तो यही कर रहे हैं।