जानिए, झारखंड की राजधानी रांची में पांच दिवसीय संघ समागम को संबोधित करते हुए डॉ.मोहन भागवत ने हिन्दुओं से क्या किया आह्वान?
हिन्दुओं को संघ की शाखा में जरूर आना चाहिए। इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा। वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित पांच दिवसीय संघ समागम को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
हिन्दुओं को संघ की शाखा में जरूर आना चाहिए। इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा। वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित पांच दिवसीय संघ समागम को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
रांची के मोरहाबादी स्थित रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने चेताया कि शाखा में टिकट पाने की लालसा से आने वाले इससे दूर रहें। यहां कोई लोभ-लालच सिद्ध नहीं होगा। किसी पद की चाह में संघ से जुड़ने वालों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कोई जगह नहीं है। संघ में कुछ लेने नहीं कुछ देने आएं।
संघ प्रमुख ने कहा कि भारत को बनाने में हिन्दुवओं की जवाबदेही सबसे ज्यादा है। हिंदू अपने राष्ट्र के प्रति और जिम्मेंवार बनें। भारत को विश्वगुरु बनाना सबका ध्येय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के लिए सभी वर्ग एक हैं। देश को विश्वगुरु बनाना है। देश को आगे बढ़ाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए।
पर्यावरण को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य ने अपनी खुशी के लिए पर्यावरण का बहुत विनाश किया है, इसे बचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने का नतीजा चीन में कोरोना वायरस के रूप में दिख रहा है। संघ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने पर सालोंभर काम करता है।
डॉ. मोहन भागवत ने यहां स्वयंसेवकों के शारीरिक प्रदर्शन और कौशल का निरीक्षण भी किया। अपने पांच दिवसीय दौरे पर रांची पहुंचे संघ प्रमुख देश और दुनिया के ज्वलंत मसलों पर अलग-अलग सत्रों में गंभीर मंथन करेंगे। संघ प्रमुख झारखंड और बिहार के अधिकारियों के साथ भी अलग-अलग विषयों पर चर्चा करेंगे। इसमें पर्यावरण संरक्षण, ग्राम विकास,गो-संवर्धन, सामाजिक समरसता और संयुक्त परिवार प्रबोधन विषय मुख्य हैं।
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