जानिए,कौन था कासिम सुलेमानी? जिसकी मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच बनी है युद्ध की स्थिति?

कासिम सुलेमानी ईरान का सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर और खुफिया प्रमुख मेजर जनरल था। जनरल सुलेमानी ईरान के सशस्त्र बलों की शाखा इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स या कुद्स फोर्स की अध्यक्षता भी कर रहा था। ये फोर्स सीधे देश यानी ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई को रिपोर्ट करती है।

जानिए,कौन था कासिम सुलेमानी? जिसकी मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच बनी है युद्ध की स्थिति?
Pic of Iran's Powerful Military Commander Qasim Sulaimani
जानिए,कौन था कासिम सुलेमानी? जिसकी मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच बनी है युद्ध की स्थिति?
जानिए,कौन था कासिम सुलेमानी? जिसकी मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच बनी है युद्ध की स्थिति?
जानिए,कौन था कासिम सुलेमानी? जिसकी मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच बनी है युद्ध की स्थिति?

ईरान के सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर और खुफिया प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध की स्थिति बन गई है। दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। दोनों देश एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर कासिम सुलेमानी ईरान के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों था? कासिम सुलेमानी की ईरान में क्या भूमिका थी?

दरअसल, कासिम सुलेमानी ईरान का सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर और खुफिया प्रमुख मेजर जनरल था। जनरल सुलेमानी ईरान के सशस्त्र बलों की शाखा इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स या कुद्स फोर्स की अध्यक्षता भी कर रहा था। ये फोर्स सीधे देश यानी ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई को रिपोर्ट करती है।

1980 में शुरु की सैन्य कैरियर

कासिम सुलेमानी ने 1980 के ईरान-इराक युद्ध की शुरुआत में अपना सैन्य करियर शुरू किया और साल 1998 से कुद्स फोर्स का नेतृत्व शुरू किया। इसे ईरान की सबसे ताकतवर फौज के रूप में जाना जाता है। कासिम सुलेमानी को पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता था। सुलेमानी को दूसरे देशों पर ईरान के रिश्ते मजबूत करने के लिए जाना गया,सुलेमानी ने यमन से लेकर सीरिया तक और ईराक से लेकर दूसरे मुल्कों तक रिश्तों का एक मज़बूत नेटवर्क तैयार किया।

अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार ईरान पर समय-समय पर प्रतिबंध लगाती रही। वहीं, अमेरिका के दवाब में काफी देश जैसे यूएई और इज़राइल का रुख भी ईरान के लिए अच्छा नहीं रहा है। लेकिन इन तमाम परिस्थितियों के बावजूद कासिम सुलेमानी ने ईरान के कवच के रूप में इसकी रक्षा की। लेकिन अमेरिका ने उसे और उसकी कुद्स फोर्स को सैकड़ों अमेरिकी नागरिकों की मौत का जिम्मेदार करार देते हुए 'आतंकवादी' घोषित किया हुआ था।

कुद्स फोर्स क्या है?

कुद्स फोर्स ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी यूनिट का हिस्सा है। इसे ईरान की सबसे ताकतवर और धनी फौज माना जाता है। कुद्स फोर्स का काम विदेशों में ईरान के समर्थक सशस्त्र गुटों को हथियार और ट्रेनिंग मुहैया कराना है। कासिम सुलेमानी इसी कुद्स फोर्स का प्रमुख था।

अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने कुद्स फोर्स को साल 2007 से आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया और इस संगठन के साथ किसी भी अमेरिका के लेनदेन किए जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका सुलेमानी को अपने सबसे बड़े दुश्मनों में से एक मानता था। साल 2018 को सऊदी अरब और बहरीन ने ईरान की कुद्स फोर्स को आतंकवादी और इसके प्रमुख कासिम सुलेमानी को आतंकवादी घोषित किया था।